मौसम की मार, कई वर्षो बाद अप्रैल में मंडी से रौनक दिख रही गायब

4/18/2022 11:21:37 AM

रादौर(कुलदीप): इस वर्ष मौसम की मार ने मंडियों में दिखने वाली रौनक को गायब कर दिया है। अक्सर अप्रैल माह में बम्पर आवक से मंडियों में चौपहिया वाहन दो दूर दोपहिया वाहन भी मंडी में प्रवेश नहीं कर पाते थे। लेकिन इस वर्ष मंडी के हालत बदले बदले से नजर आ रहे है। जानकारों की मानें तो ऐसा एक दो वर्ष बाद नहीं बल्कि करीब 20-25 वर्षो बाद  देखने को मिल रहा है। जब फसल के पीक सीजन में मंडी की रौनक गायब है। जिसका मुख्य कारण मौसम को माना जा रहा है। जिसके कारण मंडी में करीब 25 प्रतिशत आवक कम हुई है।   

मार्किट कमेटी रादौर के मंडी सुपरवाइजर मनोज कुमार ने बताया कि मार्किट कमेटी से जुड़ी तीनों मंडियों रादौर, गुमथला व जठलाना के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो इस वर्ष अभी तक रादौर में 1 लाख 83 हजार 230 क्विंटल, गुमथला में 30 हजार व जठलाना में केवल 21 हजार 310 क्विंटल गेहूं की आवक ही हो पाई है। जबकि गत वर्ष यह आंकड़ा कुछ अलग था। जिसके अनुसार रादौर अनाज मंडी में 2 लाख 25 हजार 195 क्विंटल जबकि गुमथला में 35 हजार 510 क्विंटल व जठलाना में 23 हजार 95 क्विंटल आवक का आंकड़ा था। गत वर्ष की 16 दिनों की आवक में ही इन मंडियों में करीब 50 हजार क्विंटल की कमी आई है। जबकि पूरे सीजन की बात करे तो गत वर्ष 15 मई तक पूरे सीजन में 6 लाख 19 हजार क्विंटल आवक हुई थी। जबकि इस वर्ष यह सीजन अप्रैल माह में ही सिमटता दिखाई दे रहा है और आवक भी घटकर साढ़े 4 से 5 लाख तक सिमटने की आशंका लगाई जा रही है।

 

 

Content Writer

Isha