सोमवार या मंगलवार रिव्यू करके की हरियाणा में नाइट कर्फ्यू को लेकर निर्णय होगा: उमाशंकर

punjabkesari.in Saturday, Apr 10, 2021 - 08:48 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा सरकार में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर ने कहा कि सोमवार या मंगलवार रिव्यू करके की प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगे या नहीं पर ही निर्णय होगा। हालात के अनुसार जैसा पीएम ने कहा है निर्णय होगा। स्कूलों को बंद रखने के आगामी निर्णय पर भी विचार होगा। कोरोना की स्थिति पर निर्भर करेगा कि स्कूल बंद रखने हैं या नहीं। यह निर्णय स्वास्थ्य सेवाएं करेंगी।

वी उमाशंकर ने कहा कि कोरोना का बढ़ना यह वायरल सीजन की कंटीयूशन भी माना जा सकता है। ऐसा माना जा सकता है कि एक माह बाद यह घटेगा। मौसम परिवर्तन के दिनों में सितंबर-अक्तूबर में भी कोरोना बढ़ा था, आजकल भी यही स्थिति है। वायरल सीजन कम होगा तो फर्क पड़ेगा। उन्होंने पंजाब केसरी प्रतिनिधि चन्द्र शेखर धरणी से एक्सक्ल्यूसिव बातचीत में कहा कि प्रदेश में लगभग एक करोड़ 60 लाख बीपीएल, एवाईवाई, ओपीएच और एपीएल कार्ड हैं। जिनमें से एक लाख 38 हजार कार्ड आईडेंटिफाई किए जा चुके हैं। अभी तक विभागीय जानकारी के अनुसार 3 लाख परिवार ऐसे हैं जिनकी दोबारा पड़ताल की जा रही है।

प्रस्तुत हैं एक्सक्ल्यूसिव बातचीत के प्रमुख अंश-

प्रश्न-
कोविड की दूसरी लहर की क्या स्थिति है, निपटने की क्या तैयारी है?
उत्तर- कोविड की दूसरी लहर में संख्या बहुत बढ़ रही है। हरियाणा में भी मरीजों की संख्या ज्यादा हो रही है। प्रदेश की स्थिति सुखद इसलिए है कि यहां पॉजिटिव केस भारी मात्रा में ठीक हो रहे हैं। मृत्यु दर काफी कम है। हरियाणा के अस्पतालों में बेड, मेडिसन, ऑक्सीजन या स्टाफ की किसी तरह की कोई कमी नहीं है। कोविड बढ़ने पर नाइट-कर्फ्यु, स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करना पहले कदमों में शामिल है।

प्रश्न- इस लहर का कारण क्या माना जा सकता है। 
उत्तर- यह वायरल सीजन की कन्टीन्यूशन भी माना जा सकता है। ऐसा माना जा सकता है कि एक माह बाद यह घटेगा। मौसम परिवर्तन के दिनों में सितंबर-अक्तूबर में भी कोविड बढ़ा था, आजकल भी यही स्थिति है। वायरल सीजन कम होगा तो फर्क पड़ेगा।

प्रश्न- हरियाणा में क्या नाइट-कर्फ्यू लगेगा?
उत्तर- सोमवार या मंगलवार रिव्यू करके की हरियाणा में नाइट कर्फ्यू लगे या नहीं पर ही निर्णय होगा। हालात के अनुसार जैसा पीएम साहिब ने कहा है निर्णय होगा। स्कूलों को बन्द रखने के आगामी निर्णय पर भी विचार होगा। कोविड की स्थिति पर निर्भर करेगा कि स्कूल बंद रखने हैं या नहीं। यह निर्णय स्वास्थ्य सेवाएं करेंगी की स्कूल खोलें या बन्द करें।

प्रश्न- ऐसी स्थिति में क्या अर्थ व्यवस्था प्रभावित नहीं होगी?
उत्तर- तब लॉकडाउन जैसे हालात से हम निकले थे, अभी आज के हालात में नहीं लगता कि हम लॉकडाउन की तरफ दोबारा बढ़ रहे हैं। अगर ऐसे हालात होंगे तो चिंता करनी पड़ेगी।

प्रश्न- परिवार पहचान पत्र की आवश्यकता कहां-कहां रहेगी?
उत्तर- जॉब के लिए, कांट्रेक्चुअल वर्कर को रखने, मेरी फसल मेरा ब्यौरा में, सरल की सभी सर्विस में सभी प्रमाण पत्रों को जोड़ने व पंजीकरण में, कास्ट सर्टिफिकेट, डोमोसाईल जैसे सभी जगह इसकी आवश्यकता रहेगी।

प्रश्न- बेरोजगारों को कैसे रोजगार मिलेंगा?
उत्तर- 2021 -22 में भर्ती के लिए वन टाइम रजिस्ट्रशन व कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट शुरू होना एक क्रांतिकारी कदम है।  जिसकी अंतिम तिथि 31 मई तक बढ़ाई गई है। पहले 31 मार्च तक थी। जुलाई में इसके टेस्ट संभावित हैं। वन टाइम रजिस्ट्रेशन हर वर्ग की ए, बी, सी, डी कैटेगरी की पोस्टों का लगभग कॉमन डाटा है। वन टाइम रजिस्ट्रेशन करने के लिए जैसे ही उम्मीदवार कंप्यूटर पर एच.एस.एस.सी. की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करेगा। उसको एक यूनिक आईडी नंबर प्राप्त हो जाएगा। जिसको लोगिन करने के बाद वन टाइम रजिस्ट्रेशन का फॉर्म खुलेगा। उसमें कैंडिडेट सारे फैक्ट्स जैसे नेम, फादर नेम, मदर नेम इत्यादि अपने सभी कालम भरेगा। 

उसके बाद अपनी एजुकेशन, क्वालीफिकेशन भरेगा। सभी शिक्षा संबंधी डाक्यूमेंट्स या अपनी आईडी संबंधी डाक्यूमेंट्स अपलोड करेगा। उसके बाद  सिस्टम ऑटोमेटेकली उसको वार्न करेगा। वह सभी जानकारी दोबारा डाउनलोड करके हार्ड कॉपी निकाल कर उसे पढ़कर चेक करेगा और फिर अपने हस्ताक्षर करेगा। उसके बाद वह फिर इसको अपलोड करेगा। इसके बाद जैसे ई बैंकिंग के द्वारा पहले फीस भरी जाती है अब भी वही सिस्टम रहेगा। इसके बाद जो ई-चालानिंग है उसका नंबर इसमें भरा जाएगा। इसके बाद जो बैंक से डॉक्यूमेंट मिला है उसे अपलोड किया जाएगा। इसी प्रकार जब वह अपना प्रोसेस पूरा कर देगा तो उसको एक यूनीक आईडी नंबर जो मिला है उसमें सारी जानकारी एक लोकल डिजिटल डाटा बैंक के नाते जिसमें उसके परिवार आधार कार्ड, फैमिली आई कार्ड इत्यादि सभी लिंक हो जाएंगे।

प्रश्न- पारदर्शिता कैसे संभव होगी?
उत्तर- अब भर्ती प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी, जिस विभाग के पास जितनी पोस्ट हैं उतनी ही ऑटोमेटिकली निकलेंगी व इस प्रक्रिया में वन टाइम के तहत उनका चयन हो जाएगा। जब आप परीक्षा दे रहें हैं तो यह पता नहीं की यह किस पोस्ट व विभाग के लिए है तो पारदर्शिता भी आएगी। ग्रुप सी व डी की परीक्षाओं को हरियाणा कर्मचारी आयोग लेगा। जिसके लिए टेस्ट जुलाई में होने की संभावनाएं हैं। डेंटल परीक्षाएं जो हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन ने लेनी है का संचालन नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा ली जाएंगी।

प्रश्न- परिवार पहंचान पत्र की आज क्या स्थिति है।
उत्तर- हरियाणा में 2 करोड़ 39 लाख लोगों ने अपने हस्ताक्षर करके परिवार पहंचान पत्र भनवा लिए हैं।ह रियाणा की आबादी के 40 लाख लोग अभी रह रहे हैं। जिनमें से 20 लाख लोगों का डेटा हमारे पास आ गया है। प्रतिदिन 7 हजार परिवार जिनमें करीब 26 से 28 हजार लोग जुड़ रहे हैं।

प्रश्न- परिवार पहचान पत्र का लाभ क्या रहेगा ?
उत्तर- मुख्यमंत्री परिवार अन्त्योदय कल्याण योजना जो सी एम साहिब जल्दी शुरू करेंगे। जिसके तहत नीचे के पायदान ओर खड़े लोगों पर विशेष फोकस होगा। इसमें सी एम साहिब की घोषणा के तहत इस वित्त वर्ष में 2 लाख लोगों जिनमें से 1 लाख लोगों को पहले व 1 लाख लोगों को बाद में मदद मिलेगी। परिवार पहचान पत्र का लाभ हर जगह रहेगा। सभी पेंशन इससे लिंक रहेंगी। जरूरत के हिसाब से परिवार पहचान पत्र अनिवार्यता साबित होगा।

प्रश्न- प्रदेश में कितने लोगों को बुढ़ापा पेंशन मिल रही है। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से कितनों के आईडेंटिफिकेशन हो चुकी हैं ?
उत्तर- हरियाणा में 26 लाख 67 हजार लोगों को बुढ़ापा पेंशन मिल रही है। जिसमें से 24 लाख 65 हजार लोग परिवार पहचान पत्र के थ्रू आईडेंटिफाई किए जा चुके हैं। बाकियों की पहचान के लिए सर्वे चल रहे हैं। हर जरूरतमंद पात्र व्यक्ति को पेंशन मिले सरकार इसके लिए पूरी तरह से गंभीर है। लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि पड़ोसी राज्यों हिमाचल, उत्तर प्रदेश से माइग्रेटेड लेबर इसका फायदा उठा रहे हैं।

प्रश्न- हरियाणा में राशन कार्डों की जांच चल रही थी। उसकी क्या स्थिति है ?
उत्तर- प्रदेश में लगभग एक करोड़ 60 लाख बीपीएल, एवाईवाई, ओपीएच और एपीएल कार्ड है। जिनमें से एक लाख 38 हजार कार्ड आईडेंटिफाई किए जा चुके हैं। अभी तक विभागीय जानकारी के अनुसार 3 लाख परिवार ऐसे हैं जिनकी दोबारा पड़ताल की जा रही है।

प्रश्न- मेरी फसल-मेरा ब्यौरा सरकार का काफी प्रशंसनीय स्कीम रही। उसका क्या स्टेटस है ?
b मेरी फसल-मेरा ब्यौरा को भारत सरकार ने हरियाणा में कामयाब होने पर हरियाणा की तर्ज पर पंजाब सरकार को भी लागू करने की सलाह दी है। मेरी फसल- मेरा ब्यौरा की उपलब्धि यह है कि इसमें कोई वेंडर नहीं है।

प्रश्न- आढ़तियों ने भी आंदोलन की चेतावनी दी थी। क्या उनके साथ कोई बैठक हुई ?
उत्तर- आढ़तियों के साथ सरकार की सहमति बन चुकी है। सरकार ने आढ़तियों को भरोसा दिया है कि सरकार आढ़तियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने देगी। समय पर फसल की पेमेंट दी जाएगी। अगर आढ़ती की आढ़त या किसान की फसल की पेमेंट में देरी हुई तो ब्याज समेत पेमेंट की जाएगी।

प्रश्न- सरकार का युवा वर्ग के लिए क्या खास ?
उत्तर- सरकार किसान, युवा, महिला,पिछड़ा वर्ग पर ज्यादा फॉक्स कर रही है। सरकार का फोकस तीन अहम चीजों पर हैं सरकारी प्रोत्साहन, प्राइवेट व स्वावलंबी नीति। स्वावलंबी की प्रक्रिया अभी धीरे धीरे चल रही है।
 

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Content Writer

vinod kumar

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