विज के आदेश के बाद नगर निगम के बड़े घोटाले पर दर्ज की गई एफआईआर, जांच में जुटी पुलिस

7/24/2021 4:56:57 PM

गुरुग्राम (मोहित): गुरुग्राम नगर निगम के घोटालेबाज अधिकारियों पर गृह एवं शहरी निकाय मंत्री अनिल विज की गाज गिर गई है। मंत्री विज ने 1 जूनियर इंजीनियर, 1 एसिस्टेंट इंजीनियर, 2 एक्जीक्यूटिव इंजीनियर व तीन अन्य अधिकारियों के खिलाफ काम में भारी गड़बड़झाले के तहत एफआईआर दर्ज करने के निर्देश जारी किए थे, जिसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने नगर निगम के चीफ इंजीनियर की शिकायत पर सदर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

दरअसल, हरियाणा के गृह एवं शहरी निकाय मंत्री अनिल विज गुरुवार को अचानक नगर निगम गुरुग्राम कार्यालय पहुंचे और वहां तमाम अधिकारियों के काम का और फाइलों का जायजा लिया। इस दौरान मंत्री अनिल विज ने दो एसडीओ को जहां सस्पेंड किया तो वहीं एक एक्सईएन को उनके कार्य से रिलीव करने के आदेश दिए। 

मंत्री अनिल विज के नगर निगम में पहुंचने की जानकारी मिलते ही गुरुग्राम के कई पार्षद नगर निगम कार्यालय पहुंचे और नगर निगम में चल रहे भ्रष्टाचार व घोटालों की बात गृह एवं शहरी निकाय मंत्री अनिल विज के सामने रखी, जिसमें गृह एवं शहरी निकाय मंत्री अनिल विज ने एमसीजी के 7 अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए। जिसके बाद एमसीजी के चीफ इंजीनियर की शिकायत पर गुरुग्राम के सदर पुलिस स्टेशन में एमसीजी के 7 अधिकारियों के खिलाफ धारा 120 बी, 409, 420, 465, 467, 468, 471 एवं 511 के तहत मामला दर्ज किया है।

हरियाणा के सबसे अमीर एवं विवादित कहे जाने वाले नगर निगम गुरुग्राम में भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारियों के खिलाफ गृह एवं शहरी निकाय मंत्री अनिल विज के आदेश के बाद मुकदमा तो दर्ज किया गया है, लेकिन आरोपी अधिकारी आज भी नगर निगम में ही कार्यरत हैं। ऐसे में कैसे विभाग द्वारा यह जांच पारदर्शी तरीके से होती है? यह भी एक बड़ा प्रश्न है।
 

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Content Writer

Shivam