एचपीएससी मामले में आक्रामक विपक्ष खुद डिस्कशन छोड़कर जाने को हुआ मजबूर: कंवरपाल गुर्जर
12/21/2021 8:46:56 PM
चंडीगढ़ (धरणी): मंगलवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन बेहद हंगामेदार रहा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए विपक्ष के आरोपों खासतौर पर एचपीएससी के मामले में जवाब दिया। इस मुद्दे पर प्रदेश के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि इस विषय पर हालांकि तीन-चार घंटे चर्चा हुई, जबकि ऐडजनमोशन का समय केवल 2 घंटे ही है। विपक्ष अपने आरोपों पर ही जवाबदेही साबित नहीं कर पाया और साढ़े 3 घंटे में वह खुद डिस्कशन छोड़कर जाने को मजबूर हो गया। खुद विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को केवल जानकारी आधारित आरोप बताते हुए कहा कि मैं इन पर सत्य होने का दावा नहीं कर रहा। गुर्जर ने कहा कि आज भाजपा की सरकार पूरी तरह से पारदर्शी सरकार है। सरकार के मन में किसी प्रकार का पाप या डर नहीं है। सरकार खुद इस गंभीर मामले पर कार्यवाही चाहती थी और कार्यवाही बड़े स्तर पर की जा रही है।
'विपक्ष के साथ हमारा कोई व्यक्तिगत झगड़ा नहीं'
गुर्जर ने कहा कि विपक्ष जहां सरकार को घेरने की कोशिशों में था, वहीं उनमें से बहुत से अच्छे लोग मुख्यमंत्री को ईमानदार बता रहे थे। जो जैसा है वैसा कह देने में कोई बुराई नहीं होती। पिछली बार भी कुछ लोगों ने ऐसा ही कहा था। जबकि उनके सहयोगी उन्हें रोकना चाहते थे। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ईमानदारी और निष्पक्षता से काम कर रहे हैं। विपक्ष के साथ हमारा कोई व्यक्तिगत झगड़ा नहीं। हम भी प्रदेश के विकास के लिए काम कर रहे हैं और विपक्ष भी उसी के लिए प्रशन उठाता है। अगर कोई सरकार पर प्रश्न उठाता है तो वह हमारा दुश्मन नहीं हो जाता। यह विपक्ष की ड्यूटी है और प्रश्न उठाने भी चाहिए। इससे सरकार की कार्यकुशलता बढ़ती है। अगर विपक्ष जोरदार आवाज उठाता है तो सरकार चौकसी से काम करती है और अच्छी परफॉर्मेंस आती है।
हरियाणा में एमएसपी कोई मुद्दा नहीं, एमएसपी मामले में हरियाणा नंबर वन
कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि विपक्ष द्वारा एमएसपी और खाद की शॉर्टेज के मुद्दे भी जोर शोर से उठाए गए। लेकिन हरियाणा प्रदेश एमएसपी के मामले में नंबर वन है, बाकि प्रदेश जहां दो तीन फसलों पर न्यूनतम मूल्य दे रहा है, वहीं हरियाणा सरकार 11-12 फसलों पर एमएसपी देती है। इसलिए हरियाणा में एमएसपी से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं है। खुद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि सरकार 600 रुपए बाजरा किसानों को प्रति क्विंटल दे रही है और 1600 में बाजरा बिक रहा है यानि किसान को 2200 रुपए मिल रहे हैं। यानि बाजरा किसान को सही कीमत मिल रही है।
खाद शॉर्टेज समस्या का एक मुख्य कारण सरसों की ज्यादा बुवाई
विपक्ष ने जो प्रदेश में खाद समस्या का सवाल उठाया तो इस बार प्रदेश में खाद शॉर्टेज की समस्या का कारण पहले से डेढ़ गुना सरसों की फसल की बुवाई होना है, क्योंकि सरसों गेहूं से पहले बोई जाती है। इस वजह से कुछ कमी दर्ज की गई है। कई बार अफवाह में या भय में किसी चीज को ज्यादा मात्रा में स्टॉक कर लिया जाता है, तब भी कमी आ जाती है। जैसे एक बार नमक की कमी की अफवाह फैली तो लोगों ने दुकानों से सारा नमक खरीद लिया, शुरुआत में खाद की कुछ कमी देखी गई थी। लेकिन आज पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
मंत्री कंवरपाल ने किरण चौधरी द्वारा प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल को फेलियर बताए जाने के प्रश्न पर जवाब देते हुए कहा कि जेपी दलाल प्रदेश के एक सफल कृषि मंत्री हैं और बहुत अच्छी तरीके से काम कर रहे हैं। किरण चौधरी द्वारा जब उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र में जाने के लिए चैलेंज किया तो उन्होंने बड़े अच्छे तरीके से जवाब दिया कि आप जितनी देर अपने हल्के में रहती हो उससे अधिक देर मैं आपके हल्के में रहता हूं तो समझिए कि मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में कितनी देर रहता हूं। प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किसानों के हित में तरह-तरह की लाभान्वित करने वाली योजनाएं बनाई हैं।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने हरियाणा में ओमी क्रोन वेरिएंट के ढाई दर्जन मामले और पड़ोसी राज्य दिल्ली में लगातार बढ़ रहे संक्रमित मरीजों की संख्या को लेकर बताया कि सरकार पूरी तरह से चौकस है। कोरोना के लिए बनाए गए नियमों की पालना लगातार हो रही है। हालांकि आज स्थिति सामान्य है। लेकिन कोरोना के समय बने हालातों को देखते हुए सरकार पूरी तरह से तैयार है। विशेषज्ञों द्वारा फरवरी में तीसरी लहर आने की आशंका को मैं चैलेंज नहीं कर सकता। लेकिन विशेषज्ञों द्वारा बताए गए सुरक्षा के उपायों की लगातार पालना की जा रही है।