सर्व कर्मचारी संघ ने किया कैबिनेट मंत्री के आवास की ओर कूच, पुलिस ने नाकेबंदी कर रस्ता किया सील
4/11/2021 4:21:16 PM
सिरसा(सतनाम): पुरानी पैंशन बहाली, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, विभागों का निजीकरण बंद करने, समान काम-समान वेतन देने सहित 21 सूत्रीय मांगों को लेकर रविवार दोपहर को सर्वकर्मचारी संघ के बैनर तले अलग-अलग जिलों के कर्मचारियों ने बरनाला रोड पर बाबा भुम्मणशाह चौक के पास प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी इससे पूर्व विश्वकर्मा पार्क में एकत्रित हुए। यहां से रोष मार्च निकालते हुए बाबा भुम्मणशाह चौक पहुंचे। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए थे। बाबा भुम्मणशाह चौक पर भी नाकेबंदी कर रास्ता सील किया गया था।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने कैबिनेट मंत्री चौ. रणजीत सिंह चौटाला के आवास का घेराव करना था। पुलिस प्रशासन ने बाबा भुम्मणशाह चौक पर प्रदर्शनकारियों को रोक लिया। कर्मचारी चौक पर धरना लगाकर बैठ गए और सरकार व मंत्रियों के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद कैबिनेट मंत्री के निजी सचिव जगसीर सिंह को मांग पत्र सौंपा। जगसीर सिंह ने कर्मचारियों को आश्वास्त किया कि 14 अप्रेल को उनके प्रतिनिधिमंडल की कैबिनेट मंत्री से मुलाकात करवाई जाएगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए और वापिस लौट गए। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर फिर से वायदाखिलाफी की गई तो कर्मचारी बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रदर्शन की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मदन लाल खोथ ने की, जबकि मंच सचालन जिला सचिव राजेश भाकर, वरिष्ठ उप प्रधान करणी सिंह भाटी ने किया। इस मौके पर मुख्य वक्ता सर्व कर्मचारी संघ के राज्य कोषाध्यक्ष राजेन्द्र बाटू, कृष्ण नैण, फतेहाबाद से जिला सचिव सुरजीत ने संयुक्त रूप से बताया कि सरकार व अधिकारी बार-बार वायदाखिलाफी कर कर्मचारियों को आंदोलन के लिए मजबूर कर रहे हैं, जिसे कर्मचारी अब बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सर्वकर्मचारी संघ के जिला सचिव राजेश भाकर ने बताया कि नौकरी से हटाए गए पीटीआई सहित सभी नियमित, एडहॉक जेबीटी, अनुबंध व ठेका कर्मचारियों की सेवाएं बहाल की जाएं। ठेका प्रथा समाप्त कर ठेका कर्मियों को सीधे विभागों में पे रोल पर लिया जाए। कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए। एनपीएस को खत्म कर पुरानी पेंशन नीति बहाल की जाए। डीए/एलटीसी पर से रोक हटाई जाए। रोके गए डीए के बकाया का भुगतान किया जाए। प्री मेच्योर रिटायरमेंट के आदेश वापिस लिए जाएं। प्रमोशन व एसीपी में टेस्ट की शर्त का प्रस्ताव रद्द किया जाए। इसके सहित 21 सूत्रीय मांगों को लेकर आज प्रदर्शन किया गया। अब भी अगर मांगे पूरी नहीं हुइ तो भविष्य में आंदोलन तेज किया जाएगा।
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