अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के आंदोलन को बड़ा झटका

1/23/2017 10:16:14 AM

जींद: 29 जनवरी से जाट आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन करने जा रहे अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक को गत उस समय आंदोलन के सिलसिले में बड़ा झटका लगा, जब जींद, हिसार क्षेत्र के बड़े खाप नेता और सर्व जाट समाज संगठन के प्रमुख सूबे सिंह समैण ने यह कहा कि मलिक के आंदोलन को खापों का समर्थन नहीं मिलेगा। यशपाल मलिक हरियाणा में आंदोलन की आड़ में अपने निजी स्वार्थ पूरे कर रहे हैं अगर मलिक जाट आरक्षण को लेकर इतने गंभीर हैं तो उन्हें उत्तर प्रदेश में आंदोलन करना चाहिए, जहां जल्द विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और इस समय उत्तर प्रदेश में आंदोलन से केंद्र सरकार को जाटों को केंद्र में ओ.बी.सी. में आरक्षण के लिए मजबूर किया जा सकता है। 
रविवार को पंजाब केसरी से खास बातचीत में सूबे सिंह समैण ने कहा कि 26 जनवरी को सोनीपत में खाप पंचायतों की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में आंदोलन को लेकर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि यशपाल मलिक ने आज तक उत्तर प्रदेश में कभी भी जाट आरक्षण को लेकर आंदोलन नहीं किया। 

उत्तर प्रदेश में जाटों को पहले से आरक्षण मिला हुआ है और यशपाल मलिक ने केंद्र में जाटों को ओ.बी.सी. में मिले आरक्षण को समाप्त कर दिए जाने के बाद उत्तर प्रदेश में आंदोलन नहीं किया। मलिक को केवल हरियाणा नजर आता है। वह हरियाणा में आंदोलन के लिए आते हैं और हरियाणा के बेटों को मरवाकर यहां के भाईचारे को नुक्सान पहुंचाते हैं तथा हरियाणा को जलवाकर उत्तर प्रदेश या दिल्ली चले जाते हैं। यशपाल मलिक को यह लड़ाई उत्तर प्रदेश से शुरू करनी चाहिए, जहां जल्द विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए राजनीतिक रूप से बेहद अहम हैं।