भ्रष्टाचार के खिलाफ सभी राजनीतिज्ञों को अनिल विज से प्रेरणा लेने की जरूरत: नीरज शर्मा

2/20/2023 10:35:15 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): सिर के ऑपरेशन के बाद बेड रेस्ट पर चल रहे प्रदेश के गृह स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का हालचाल जानने  फरीदाबाद एनआईटी 86 के कांग्रेसी विधायक नीरज शर्मा उनके निवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने अनिल विज की दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। इस मौके पर विपक्ष में होने के बावजूद नीरज शर्मा ने मंत्री अनिल विज को एक जांबाज व्यक्ति बताते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जिस प्रकार से इस ईमानदार शख्सियत ने कदम उठाए, वह लाजवाब है। अनिल विज से सभी राजनीतिज्ञों को प्रेरणा लेने की जरूरत है। मंत्री रहने के बावजूद चंडीगढ़ में कोठी नहीं लेना इनकी प्रदेश के प्रति निष्ठा भावना को प्रदर्शित करने के लिए काफी है। नीरज शर्मा को देख अनिल विज भी काफी प्रसन्न दिखे। शर्मा ने बातचीत के दौरान कहा कि प्रदेश के गृहमत्री कुशल नेतृत्व- अनुशासनप्रिय और दूरदर्शी सोच रखते हैं। इनकी सुदृढ़ कार्यशैली, फैसले लेने की शक्ति और काम करने का अंदाज जो भी देखता है वह उनका मुरीद हुए बिना नहीं रह सकता।

कांग्रेसी विधायक नीरज शर्मा समय-समय पर तमाम मुद्दों पर सरकार की नीतियों को कटघरे में जहां खड़ा करते नजर आते रहे हैं, वही भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके द्वारा एक प्रण लिया जाना भी काफी दिनों तक मीडिया में सुर्खियों का कारण बना रहा था। तमाम गर्म मुद्दों पर गर्म बयानों से वह ना केवल सोशल मीडिया में छाए रहते हैं बल्कि जनता भी उन्हें काफी गौर से सुनती है। सेशन में भी उनके द्वारा कई बार कई बड़े मुद्दों की तरफ विधानसभा का ध्यान दिलवाया गया। अब इस मौके पर अचानक विपक्षी विधायक नीरज शर्मा द्वारा एकाएक अनिल विज का हालचाल पूछने जाना और इस प्रकार से तारीफ किया जाना अनिल विज की खूबियों को दर्शाने के लिए काफी है। ऐसा नहीं कि नीरज शर्मा केवल प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की कार्यशैली की सराहना कर रहे हैं बल्कि वह इससे पहले विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को भी एक निस्वार्थ और बिना भेदभाव वाला नेता बता चुके हैं।

 

असल में अनिल विज बेहद दूरदर्शी व्यक्तित्व है। समय-समय पर उनकी कार्यशैली को लेकर विपक्ष भी उनसे काफी प्रभावित नजर आता रहा है। कोरोना कॉल के दौरान 2 महत्वपूर्ण स्वास्थ्य और गृह विभाग को कमांड करना और खुद संक्रमित होने के बावजूद समय-समय पर वेंटिलेटर पर भी अधिकारियों को सटीक और प्रदेश हित के दिशा निर्देश देना उनकी वास्तविक सोच को दर्शाता है। अनिल विज की दूरदर्शिता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना की पहली वेव के वक्त ही उन्होंने मेडिकल कॉलेज और हेल्थ विभाग के डॉक्टरस की एक टीम का गठन कर दिया था। जिसका काम केवल कोरोना महामारी क्या है, क्या-क्या इंतजाम किए गए, कौन सी दवाइयां इस्तेमाल की गई, क्या ट्रीटमेंट इस्तेमाल किया गया और क्या-क्या कदम जैसे लाक डाउन, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग आदि की पालना की गई यह सारा डाटा नोट करना था। ताकि कभी भविष्य में 50-100-200 साल के बाद भी इस प्रकार का प्रकोप आए तो पिछला रिकॉर्ड उठाकर सभी जानकारियां हासिल की जा सके। ताकि जिन कठिनाइयों से आज देश-प्रदेश गुजर रहा है। भविष्य की पीढ़ी को इतनी दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। यानि यह वह मंत्री हैं जिन्हें केवल अपने 5 साल के कार्यकाल की चिंता नहीं बल्कि देश की अगली नस्लों की भी वह चिंता कर रहे हैं। किसी विपक्ष के नेता द्वारा अनिल विज की तारीफ किए जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई नेता इनकी सोच से प्रभावित देख चुके हैं। 

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma