नाबालिगा से गैंगरेप के मामले ने पकड़ा तूल, पुलिस पर पीड़िता को टॉर्चर करने का आरोप

6/21/2019 6:05:07 PM

पंचकूला (उमंग): पंचकूला के कालका में 14 वर्षीय नाबालिगा से गैंगरेप के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले में पीड़िता के पक्ष में प्रजा परिवर्तन पार्टी की प्रेजिडेंट कांता आहलडिय़ा ने समर्थन दिया है। जहां एक ओर कांता ने महिला पुलिस पर पीड़िता को टॉर्चर करने का आरोप लगाया और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, वहीं दूसरी ओर डीसीपी कमलदीप ने मामले में पुलिस पर लग रहे आरोपों का खंडन किया है।

किसने क्या कहा?
कांता आहलडिय़ा ने कहा कि कानून हमें न्याय देने के लिए बनाया गया है, जब न्याय के मंदिर में जाकर भी दलित पीड़िता को इंसाफ की बजाए टॉर्चर किया गया। करंट लगाने की धमकी दी गई व पीटा गया। उन्होंने मांग की कि ऐसे भरष्ट अधिकारीयों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। कांता आहलडिय़ा ने मामले को दबाने वाले अधिकारियों को बर्खास्त करने व उन पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की।



कांता आहलडिय़ा ने प्रदेश के सभी महिला थानों को सवालों के घेरे में खड़े करते हुए कहा कि किसी भी महिला थाने में महिलाओं की सुनवाई नहीं होती। पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस पीड़िता का एबॉर्शन करवाने के लिए उसे लेकर अस्पताल गई। उन्होंने सरकार से ऐसे अधिकारियों पर जल्द व कड़ी कार्यवाही की मांग की। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार इन अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही नही करेगी तो हम खुद उन्हें सबक सिखाएंगे, चाहे उसके लिए हमें कानून को ही क्यों न हाथ में लेना पड़े।

उधर, मामले में डीसीपी कमलदीप ने बताया कि जो पीड़िता ने बताया उसके तहत कार्यवाई हुई है। फरवरी महीने में उसके साथ घटना घटी थी। उन्होंने बताया कि पीड़िता का आरोप है कि 4 लड़कों में से 2 लड़कों ने रेप किया। जांच में जो आरोपी पाए गए उस पर कार्यवाई हुई।

नाबालिग बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म, चार माह की गर्भवती होने पर हुआ खुलासा

वहीं डीसीपी पंचकूला ने कहा पुलिस द्वारा करंट लगाने और मारपीट करने के आरोपों की जांच की जाएगी। एसआईटी की जरूरत पड़ी तो वह भी बनाई जाएगी। डीएनए जांच के लिए डॉक्टरों को कहा गया है। डीसीपी ने कहा पुलिस पर लग रहे आरोपों का खंडन करता हूं, मामले में खुली जांच हो रही है, कुछ भी छुपाया नहीं जा रहा है।

गौरतलब है कि दलित समुदाय की 14 वर्षीय नाबालिग से 5 युवकों द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था। पीड़िता ने महिला थाना पुलिस पर उसे प्रताडि़त करने व बयान बदलवाने का आरोप लगाया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता चार माह की गर्भवती हो गई और अंतत: परिजनों ने पुलिस में शिकायत दी।

Shivam