खाकी हुई दागदार: नशा तस्करी में मिलीभगत का आरोप, इंस्पेक्टर सहित 8 पुलिसकर्मी निलंबित

12/25/2020 7:39:53 PM

जींद (अनिल कुमार): जींद में शुक्रवार को 8 पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया। आरोप है कि ये लोग इलाके में नशे पर नकेल कसने की बजाय, खुद सप्लायरों की टीम का हिस्सा बन गए। यह खुलासा बीते दिनों डोडा पोस्त बरामद किए जाने के मामले की जांच में हुआ है। इसके बाद इन्हें सस्पेंड करके लाइन में हाजिर होने का आदेश जारी हो चुका है। आरोपियों में 2 सीआईए के एएसआई हैं तो बाकी 6 सामान्य पुलिस के कर्मचारी हैं।

मिली जानकारी के अनुसार जींद की सीआईए-1 की टीम ने बीती 18 दिसंबर को पालवां गांव के जगरूप को 398 किलो डोडा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया था। 19 दिसंबर को गांव इदगा (नीलो खेड़ी) के ट्रक चालक को ट्रक सहित गिरफ्तार किया गया। दोनों को पुलिस पांच दिन के रिमांड पर अदालत से लेकर आई। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार करके रिमांड पर लाया हुआ था। रिमांड 24 दिसंबर को पूरा होने पर उन्हें अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया।

इसी मामले की जांच के दौरान बीते गुरुवार को सीआईए-1 जींद टीम की मिलीभगत सामने आई है। टीम इंचार्ज डीएसपी जितेंद्र, डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि (एचएसएनसीबी) को मुखबीर से उचाना में पकड़े गए नशा तस्करों के साथ सीआईए-1 की मिलीभगत संबंधी जानकारी मिली थी। 

आरोप है कि ट्रक में ज्यादा डोडा पोस्त था, जो कम दिखाया गया है। पड़ताल करने पर आरोप सही पाए गए। पता चला कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में उचाना के बीडीपीओ सोमवीर कादियान की मौजूदगी में ट्रक की तलाशी ली गई तो प्याज के ट्रक से लेबर ने 20 बैग उतारे थे, जिनमें 414 किलो डोडा पोस्त मिला था। इसी के चलते सीआईए के एसआई प्रवीण, जयबीर को नामजद करके दो अन्य के खिलाफ लापरवाही, मिलीभगत करने, आरोपियों को फायदा पहुंचाने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सभी को लाइन हाजिर कर दिया है। 

उधर, इस बारे में डीआईजी कम पुलिस अधीक्षक ओपी नरवल ने बताया कि सस्पेंड किए गए पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। सीआईए प्रभारी वीरेंद्र खरब की जगह इंस्पेक्टर मनोज वर्मा को लगाया गया है।

Shivam