गठबंधन तो आसानी से हो गया, वोट बैंक ट्रांसफर करना होगा मुश्किल

4/21/2018 12:13:46 PM

अम्बाला(सुमन भटनागर/रीटा शर्मा): आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हरियाणा की 10 सीटों पर इनेलो व बसपा के बीच गठबंधन एक-दूसरे की राजनीतिक मजबूरियों के चलते आसानी से गया लेकिन दोनों दलों के लिए अपने वोट बैंक को एक-दूसरे के खाते में ट्रांसफर करना आसान नहीं होगा। नेताओं के हाथ मिला लेने के बाद कार्यकर्ताओं के दिल मिलाने के लिए दोनों दलों को कई पापड़ बेलने पड़ेंगे।

इनेलो ने भाजपा से भी कई बार चुनावी दोस्ती की और उसका दोनों को फायदा हुआ लेकिन बसपा को इनेलो ने पहली बार 1998 के लोकसभा चुनाव में गले लगाया था। उस समय आपसी तालमेल से इनेलो ने 7 व बसपा ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ा था। दोनों दलों का वोट बैंक एक-दूसरे को पूरी तरह ट्रांसफर न हो पाने से इनेलो को 4 व बसपा को 1 ही सीट मिल पाई। बसपा को 7.68 फीसदी वोट मिले जबकि इनेलो को 25.90 फीसदी ही वोट मिले। शायद इसी वजह से बाद में हुए विधानसभा चुनावों में दोनों दल एक-दूसरे से अलग हो गए।
 

Deepak Paul