चिट्टे के साथ-साथ शराब माफिया की ‘जकडऩ’ में आया जिला

6/27/2019 11:16:21 AM

फतेहाबाद (ब्यूरो): जिला इस समय नशे में पूरी तरह से गलतान हो चुका है। जहां चिट्टा नशे की चर्चा शहर-गांव के हर गली-मोहल्ले में जोरों से हो रही है। वहीं शराब माफिया अपने धंधे को धड़ल्ले से चला रहा है। शराब माफिया अवैध शराब की सप्लाई जिले में करवा रहा है, जिसका ताजा सबूत आबकारी विभाग द्वारा लगभग 50 लाख रुपए की कीमत की अवैध शराब गटर में बहाई गई। यह शराब माफिया द्वारा सप्लाई करने के लिए जिले में लाई और ले जाई जा रही थी, जिसे अलग-अलग स्थानों से आबकारी विभाग ने पकड़ा था। अवैध शराब माफिया का खौफ इस समय जिले में इतना है कि इसके खिलाफ आवाज उठाने वालों को भी बख्शा नहीं जाता, जिसका उदाहरण हाल ही के दिनों में भट्टूकलां में एक बॉडी बिल्डर के हुए कत्ल के बाद देखने को मिला। अवैध शराब की सप्लाई शराब माफिया द्वारा ही करवाई जाती है।

सरकारी कोटे से बाहर होती है अवैध शराब
आबकारी विभाग द्वारा ठेकेदारों का निर्धारित कोटा तय किया हुआ होता है, जिसके रेट भी निर्धारित होते हैं और आबकारी विभाग द्वारा उसका राजस्व वसूला जाता है। जो कोटे में से शराब बच जाती है उसे शराब माफिया राजस्व को चूना लगाकर इलाकों में सप्लाई करता है, जिसका कोई भी सरकारी सबूत नहीं होता। यह शराब बनी भी उन्हीं डिस्ट्रलियों की होती है जहां से ठेकेदारों को शराब की सप्लाई होती है।

पिछले दिनों पकड़ी गई अवैध शराब
आबकारी विभाग द्वारा नशा तस्करों से लाखों रुपए की शराब पिछले दिनों पकड़ी गई थी। विभाग द्वारा इन शराब तस्करों से जुर्माना भी वसूला गया। इसके बाद आज मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद शराब की 44 हजार के करीब बोतलों को नष्ट कर दिया गया। आबकारी विभाग की ओर से सुबह लघु सचिवालय स्थित एक्साइज विभाग के कार्यालय के टॉयलेट में बहा दिया गया। बहाई गई शराब की कीमत लगभग 50 लाख रुपए बताई जा रही है। जिसमें 42,537 देसी शराब की बोतलें, 352 बोतलें अंग्रेजी शराब व 746 बोतलें बीयर की शामिल थीं।

Isha