आम आदमी पार्टी में घमासान : प्रदेशाध्यक्ष की कार्यशैली पर उठाए सवाल

7/26/2019 9:18:48 AM

चंडीगढ़ (पांडेय): आम आदमी पार्टी की हरियाणा इकाई में अब घमासान मच गया है। कई जिलों के नेताओं ने प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए मोर्चा खोल पद से हटाने की मांग की है। उधर, जयहिंद समॢथत नेताओं ने बयान जारी कर कहा कि प्रैसवार्ता करने वाले योगेश्वर शर्मा सरीखे नेताओं को पहले ही निकाला जा चुका है।

चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत दौरान आप नेताओं ने कहा कि उनकी नाराजगी न पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल से है,और न ही हरियाणा मामलों के प्रभारी गोपाल राय व सहप्रभारी सुशील गुप्ता से। उनकी नाराजगी केवल नवीन जयहिंद से है। उक्त नेताओं में अम्बाला लोकसभा अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा, रोहतक लोकसभा अध्यक्ष पंकज बेनीवाल, प्रदेश प्रवक्ता आर.एम. राठी, राज्य कार्यकारिणी सदस्य विवेक लांबा,गुरुग्राम लोकसभा अध्यक्ष मंजीत जैलदार,भिवानी लोकसभा अध्यक्ष जनरल रणवीर यादव,भिवानी जिला अध्यक्ष पवन ङ्क्षहदुस्तानी व पंचकूला संगठन मंत्री सुरेंद्र राठी शामिल थे। नेताओं ने आरोप लगाया कि जयहिंद से कोई निजी रंजिश नहीं,बल्कि सभी उनकी कार्यशैली से खुश नहीं हैं। 

उन्होंने कहा कि खुद की जाति ङ्क्षहदुस्तान का नारा देने वाले जयहिंद ने लोकसभा चुनाव दौरान पंडित नवीन जयहिंद लिखना शुरू कर जातिवाद को बढ़ावा देना शुरू कर दिया। सारी बातें आलाकमान को पहुंचाई गई थीं। इसलिए केजरीवाल के निर्देशों पर प्रदेश संगठन को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हेतु 12 से 23 जून तक लोकसभा क्रम से बैठकें आयोजित की गईं। सह-प्रभारी हरियाणा और सांसद सुशील गुप्ता को जयहिंद के खिलाफ शिकायतों की जांच का काम सौंपा था। उनकी रिपोर्ट पर पार्टी क्या कार्रवाई करती है, यह देखने वाली बात होगी।

हरियाणा प्रवक्ता व राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुधीर यादव ने चंडीगढ़ में प्रैस कांफैंस को पूरी तरह अमान्य बताते हुए कहा कि प्रैसवार्ता ही गलत थी। प्रदेश सह-संगठन मंत्री अजय गौतम ने बताया कि जितने भी लोग बैठे थे उनमें से ज्यादातर को पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले व चुनाव दौरान निकाल चुकी है। 22 जिला अध्यक्ष में से 20 जिला अध्यक्ष एवं 10 लोकसभा संगठन मंत्री में से 9 लोकसभा संगठन मंत्री एंटी पार्टी एक्टिविटी के चलते खिलाफ थे।

सभी ने विपक्षी पाॢटयों से मिलकर लोकसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ गतिविधियां की व पार्टी को तोडऩे की कोशिश की थी जिसके चलते निकाला गया। सुधीर ने कहा कि ऐसी प्रैसवार्ता निष्कासित कुछ कार्यकत्र्ताओं द्वारा टोपी पहन करना सिर्फ पार्टी की छवि खराब करना है जिसके चलते योगेश्वर और अनिल तुशिर को निष्कासित किया जाता है और अन्य सभी लोग पहले ही सस्पैंड चल रहे हैं। सभी पार्टी की छवि को खराब कर रहे थे और भाजपा व कांग्रेस के नेताओं के साथ मिलीभगत चल रही है जिसके चलते पार्टी ने इन नेताओं को सभी पदों से हटाने का निर्णय लिया था।

Edited By

Naveen Dalal