सरकार में दिखेगा ''शाह'' के मंत्र का ''साइड इफैक्ट''

8/6/2017 7:47:40 AM

चंडीगढ़ (बंसल/पांडेय):भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के हरियाणा दौरे का असर अब मनोहर सरकार पर नए कलेवर में दिख सकता है। शाह के मंत्र पर चलने के लिए जहां अगले सप्ताह से मंत्रियों को तय दिनों में दफ्तर में हाजिरी लगानी पड़ेगी तो वहीं विधायकों पर भी काम का दबाव बढ़ जाएगा। इन सबके बीच पार्टी कार्यकर्ताओं में भी जायज कार्यों की उम्मीद जागी है। कार्यकर्ताओं को यकीन है कि पार्टी अध्यक्ष के निर्देशों का असर सरकार में जरूर नजर आएगा। 

प्रदेश की जनता के हितों में लंबित योजनाओं को सिरे चढ़ाने के लिए मशक्कत होगी तो वहीं नए सिरे से अफसरशाही में एक बार फिर से बदलाव हो सकता है। माना जा रहा है कि शाह की थपकी पाए मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी अब अगले 2 सालों में लंबित और नई योजनाओं के जरिए पार्टी हाईकमान को खुश करने का प्रयास करेंगे। हरियाणा के रोहतक में 3 दिनों तक प्रवास करने वाले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कई बार सरकार यानी मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पीठ थपथपाई। शाह ने मनोहर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का जमकर बखान किया। साथ ही सरकार के मंत्रियों और विधायकों को काम करने की नसीहत भी दी। 

एकला चलो की नीति पर मैदान में उतरेगी भाजपा 
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दौरे से यह साफ संकेत मिले हैं कि भविष्य में भाजपा किसी भी दल के साथ गठबंधन करने वाली नहीं है। शाह ने जिस तरीके से मनोहर सरकार की उपलब्धियों का बखान करते समय पूर्व की कांग्रेस और इनैलो सरकार के कार्यों पर तंज कसा, उससे साफ है कि भाजपा मिशन 2019 में हरियाणा में अकेले की मजबूती के साथ मैदान में उतरेगी।