मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा के पास फेंका गया मांस से भरा लिफाफा, स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त

10/4/2020 3:44:27 PM

पलवल(फरीदाबाद): पलवल के जेन्दीपुरा मोहल्ले में किसी शरारती तत्व ने मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा के पास मीट फेंक दिया । इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में काफी तनाव और रोष बना हुआ है। जानकारी के अनुसार जेन्दीपुरा मोहल्ले के हनुमान मंदिर के पास कई लोगों ने अवैध रूप से मीट बेचने की दुकानें खोली हुई है। यूं तो पूरे प्रदेश में खुले में मीट बेचने पर पाबंदी लगाई हुई है लेकिन पलवल नगर परिषद ने विस्लहेश रूप से एक प्रस्ताव पारित कर पलवल नगर परिषद क्षेत्र को शाकाहार क्षेत्र घोषित किया हुआ है, और पूरे शहरी क्षेत्र में कहीं पर भी मीट की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाकर अवैध घोषित किया हुआ है, लेकिन इसके बावजूद भी पलवल में जगह जगह मांस विक्रेताओं की अवैध रूप से दुकानें खुली हुई है और यह लोग खुले में पशुओं का वध करते हैं और वध करके दुकानों में खुले में लटका देते हैं।

इन्हीं में से किसी एक शरारती दुकानदार ने बीती रात दुकान का बचा हुआ मीट का अवशेष मंदिर के प्रांगण में फेंक दिया,  सुबह जब लोगों ने मंदिर का ताला खोला तो  देखा वहां पर हनुमान जी की प्रतिमा के बिल्कुल पास काले रंग की पॉलिथीन मैं भरकर फेंके गए मास के टूकड़े मन्दिर परिसर में बिखरे पड़े हुए थे।  जगदीश पुजारी मंदिर का सेवक तथा प्रत्यक्षदर्शी जगदीश जिसने राहुल नाम के युवक को अपनी दुकान में बचे हुए मांस के टुकड़ों को सड़क पर फेंकते हुए देखा था जगदीश का मानना है कि उसी युवक ने एक पॉलिथीन मंदिर प्रांगण में भी फेंक दी होगी।

पुलिस और प्रशासन भी नहीं ले रही एक्शन 
स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर के बिल्कुल पास आधा दर्जन से अधिक लोगों ने अपनी मांस बेचने की दुकान खोली हुई है और वहीं पर यह लोग पशुओं का वध भी करते हैं। पुलिस और प्रशासन का इन लोगों के ऊपर कोई प्रभाव नहीं है। यह लोग या तो इतने प्रभावशाली हैं कि पुलिस और प्रशासन इनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले सकता है, या फिर पुलिस और प्रशासन के लोग इन लोगों से अवैध रूप से सेवाएं अथवा पैसे लेकर इन लोगों को अवैध गतिविधियों को बंद नहीं कराते हैं।

बता दें कि मौके से साक्ष्य जुटाने के लिए जो काम पुलिस को खुद अपने आप करना चाहिए था वह काम उन लोगों ने किया जिन लोगों के ऊपर मांस बेचने और मन्दिर प्रांगण में फैंकने का आरोप लगाए जा रहे थे | एक तरह से कहा जा सकता है कि पुलिस ने जानबूझकर वहां से साक्ष्य  समाप्त करवाने का काम किया,  जबकि पुलिस को वहां पर मंदिर प्रांगण में फेंके गए मांस के टुकड़ों को अपने कब्जे में लेकर कार्यवाही करनी चाहिए| हथीन गेट के सब इंस्पेक्टर इंद्राज सिंह ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इस मामले में कोई भी व्यक्ति शिकायत लेकर ही नहीं आएगा|  यह मामला यहीं समाप्त हो जाएगा। मीट बेचने वालों के खिलाफ कोई बोलने के लिए तैयार नहीं होता है ऐसे में पुलिस करें भी तो क्या करें।


 

  

 

 

Isha