सऊदी अरब में बंधुआ मजदूर की जिंदगी जी रहा अनिल, वीडियो भेज सुनाई दर्दभरी दास्तां

8/4/2017 12:07:10 PM

नारनौंद (हरकेश झांगड़ा):रोजी रोटी कमाने के लिए एक मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को कुछ एजेंटों के जरिए विदेश भेजा था। इन एजेंटों ने अनील को सुंदर सपने दिखाकर जल्द ही करोड़ पति बनाने की बात का लालच देकर उसे सऊदी अरब भेज दिया। परंतु अब अनिल बंधुआ मजदूर की जिंदगी जीने को मजबूर है। जिसकी वीडियो उसने अपने घरवालों को भेजी है। इस वीडियो में उसने अपनी दर्दभरी दास्तां सुनाई है।

27 मार्च 2017 को विदेश गया था अनिल
पूरे पैसे देने के बाद इन एजेंटों ने 27 मार्च 2017 को दिल्ली हवाई अड्डे से अऊदी अरब के लिए रवाना कर दिया गया। जब अनील वहां के हवाई अड्डे पर उतरा तो 3-4 लोग उसे अपने साथ ले गए। उन्होंनें अनील को अब्दुल अल ओरल कम्पनी में उसके कागजात जिनमें पासपोर्ट, ड्राईविंग लाईसैंस सहित अन्य कागजात जमा करवाने को कहा। फिर अनील से दिन रात की मजदूरी करवानी आरम्भ शुरू कर दी। परिजनों को आप आपबीती सुनाते हुए अनिल ने कहां कि उसे यहां पर बंधुआ मजदूर बनाकर रखा गया है। इसके बाद उसे वापिस बुलवाने के लिए तीनों युवकों से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने मुझसे 2 लाख रुपए की मांग करते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर आपने हमें 2 लाख रुपए नहीं दिए तो आप अपने घर का मुहं नहीं देख पाओंगे। 

पशु बेचकर विदेश भेजा था बेटा:पिता
पीडि़त के पिता पवन का कहना है कि मैं मेहनत मजदूरी करके अपना पालन पोषण कर रहा हूं। मेरा छोटा बेटा अनिल भी बेरोजगारी करता था तो गांव के रहने वाले हरिश ने अपने रिश्तेदार के साथ मिलकर मेरे बेटे को बहला-फुसला कर विदेश भेज दिया। फिर उसने 2 साथियों ने मिलकर मेरे से 2 लाख रुपए लिए थे, जोकि मैंने अपने पशु बेचकर इकट्ठे किए थे। उन्होंने कहा कि हम अपनी गुहार लेकर छोटे से लेकर बड़े अफसर व अधिकारी तक मिल चुके हैं, लेकिन हमारी सुनने वाला कोई नहीं है। इस बारे में विदेष मंत्री श्रीमति सुषमा स्वराज से मिलने के लिए उनके कार्यालय गए थे, लेकिन वे नहीं मिली। उनका पीए मिला उसने कहा कि तुम आरोपियों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवाने के बाद आप हमारे पास आ जाना, उसके बाद ही कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि हमे विदेश मंत्री से काफी उम्मीद है कि वे हमारे बेटे को स्वदेश लेकर आएंगी। हम सरकार से उम्मीद रखते है कि हमारा बेटा पहुंच जाएगा। विदेश भेजने के नाम पर धोखा करने वाले जेल भेंजे जाएं, ताकि आगे किसी और युवक की जिंदगी खराब न कर सकें। 

40 हजार रुपए महीना सैलरी की बात का थी:मां
पीडि़त की मां सुनेहरी का कहना है कि मेरा बेटा विदेश में दर-दर की ठोकरे खा रहा है और हम यहां इंसाफ के लिए यहां भटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि एंजेटों ने 40 हजार रुपए महीना सैलरी दिलवाने की बात कही थी, परन्तु एेसा नहीं हुआ। एंजेटों ने कहा कि पहले 2 लाख रुपए दो फिर अपना बेटा लो, वे हमें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर मां का रो-रो कर बुराबाल है। उसको अपने बेटे की याद उठते, बैठते सौते जागते सताती रहती है। उससे बात हुए 15 दिन हो चुके हैं। हमे यह तक पता नहीं वो जिंदा भी है या नहीं।