पद्मावती विवाद: सुप्रीम कोर्ट की हिदायत पर भी भड़क गए ''दबंग'' अनिल विज

11/28/2017 10:06:32 PM

चंडीगढ़(कमलप्रीत सभरवाल): राजपूत समाज द्वारा फिल्म पद्मावती को लेकर देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शन और भाजपा नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयानों के बाद आज देश के सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने नेताओं को हिदायत दी कि वह इस फिल्म को लेकर बेवजह बयानबाजी ना करें और फिल्म देखने के बाद ही कोई बयान दें। जिसपर हमेशा विवादों में रहने वाले हरियाणा के दबंग कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने पद्मावती से नाराजगी के चलते सुप्रीम कोर्ट की हिदायत पर टिप्पणी की है।

विज ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को सर माथे पर रखते हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या अब उन्हें प्रतिक्रिया देने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट से इजाजत लेनी पड़ेगी? उन्होंने कहा की हम पिक्चर की बात नहीं कर रहे हम फिल्म में दिखाई जाने वाले कंटेंट की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि, पद्मावती एक वीरांगना थी जिसने 16000 स्त्रियों के साथ जोहर किया था, जिसे नृत्यांगना बना कर दिखाया जा रहा है।



विज ने कहा प्रजातंत्र में अपनी बात कहने का संविधान ने अधिकार दे रखा है। विज ने आगे बोलते हुए कहा कि यह भी ठीक है कि बात शांतिपूर्ण तरीके से करनी चाहिए लेकिन लोगों को अपनी बात रखने का अधिकार है जिसे दबाया नहीं जा सकता। भाजपा शासित कई राज्यों द्वारा फिल्म पद्मावती पर रोक लगाई गई है, हरियाणा सरकार द्वारा इस फिल्म पर अभी तक रोकना लगाए जाने के सवाल पर विज ने कहा कि उन्होंने ही यह मुद्दा कैबिनेट में उठाया था। जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह कहा कि पहले यह देख लिया जाए कि सेंसर बोर्ड इस फिल्म में आपत्तिजनक दृश्यों को हटाकर पास करता है या नहीं उसके बाद इस पर फैसला ले लिया जाएगा।