नया स्ट्रेन इनफेक्शियस है, यह ज्यादा तेजी से फैल रहा है, लेकिन हमारे पास पूरे इंतजाम: विज

4/17/2021 9:20:57 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि नया स्ट्रेन इनफेक्शियस है। यह ज्यादा तेजी से फैल रहा है, लेकिन हमारे पास पूरे इंतजाम हैं। इसे आउट ऑफ कंट्रोल नहीं कहा जा सकता। विभाग पूरी तरह से एक्टिव होकर काम कर रहा है। कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर कई प्रदेशों में स्थिति आउट ऑफ कंट्रोल दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में इसके 6 मामले अभी तक सामने आए हैं। हम हरियाणा में करीब 36 हजार टेस्ट कर रहे हैं और 2 प्रतिशत दिल्ली लैब में जीनोम फ्रोडिन्स के लिए भेज रहे हैं, इसमें से छह मामले नए स्ट्रेन के आए हैं। विज ने कहा कि इसका इलाज भी मौजूद है। यह वायरस तेजी से फैल रहा है, इसलिए हमने कड़े निर्णय लिए हैं।

हरियाणा सरकार कोरोना के खिलाफ जारी जंग में पूरी तरह अलर्ट है। ऐसे में हरियाणा के अस्पतालों में बेड की कोई कमी न हो इसके लिए भी अनिल विज ने बड़े आदेश जारी कर दिए हैं। अनिल विज ने कहा कि अगर हरियाणा में सरकारी अस्पतालों में बेड कम पड़ते हैं तो एपिडेमिक एक्ट के तहत सरकार निजी अस्पतालों को भी एक्वायर करेगी। जिसके लिए अधिकारियों को आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। 

देश के कई राज्यों की तरह हरियाणा में भी कोरोना की भयावह स्थिति बनी हुई है। करीब 38,858 हजार से भी ज्यादा एक्टिव मरीज हरियाणा में मौजूद है। जिसे लेकर हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य और निकाय मंत्री अनिल विज ने कहा है कि सभी अपने विभागों द्वारा जनता से कोरोना के प्रोटोकॉल की पालना सख्ती से करवाएं। गृह मंत्री ने प्रदेश में वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर कहा कि सरकार इस बारे में पूरी तरह से गंभीर है। 31 लाख लोगों को वैक्सीन भी जा चुकी है। अप्रैल तक 35 लाख लोगों का आंकड़ा पार कर लिया जाएगा। 10 लाख के करीब वैक्सीन स्टॉक में है और 15 लाख पाइप लाइन में है। 45 वर्ष से ऊपर की लगभग हरियाणा में 60 लाख की जनसंख्या है। जिसे मई तक टारगेट कर लिया जाएगा।

विज ने बताया कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से तैयार है। हर स्थिति से निपटने की स्थिति में आज प्रदेश का हर विभाग है। 45 हजार क्वारंटाइन और 11500 के करीब आइसोलेशन बेड हैं। 2000 आईसीयू, 1000 वेंटिलेटर हैं। इसलिए प्रदेश की जनता को घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन जागरूक रहने की बहुत अधिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि चार महीनों से किसानों का इतना बड़ा जमावड़ा प्रदेश की सीमा पर है। दूसरी वेब बहुत खतरनाक रूप अख्तियार कर चुकी है। 

संक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा बना हुआ है। हमें किसानों को भी बचाना है और उनके परिवारों को भी। आंदोलन में होने के कारण वह प्रोटोकॉल को सही ढंग से स्वीकार नहीं कर पा रहे। इसलिए कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर जी को भी मैंने पत्र लिखा है कि बातचीत के खत्म हुए दौर को पुनः प्रारंभ किया जाए। क्योंकि प्रजातंत्र में समाधान बातचीत से ही निकलेगा। जिससे यह लोग अपने घरों को लौट पाए। हमें डर है कि कई प्रदेशों के किसान यहां पर एकत्रित हैं। जिससे दूसरे प्रदेशों में भी इस प्रकार का खतरा बढ़ सकता है। अगर जरूरत पड़ी तो मैं जाकर कृषि मंत्री जी से स्वयं मुलाकात करूंगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार चाहती है कि जिंदगी भी चलती रहे और जिंदगी बची भी रहे। जो कि कोरोना के प्रोटोकॉल की पालना से ही संभव है। इसके चलते इस मामले में कोई लिहाज न बरता जाए। क्योंकि सख्ती करने से ही सभी सुरक्षित रहेंगे। विज ने कहा कि भविष्य में स्थिति के अनुसार फैसले लिए जाएंगे।
 

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Content Writer

vinod kumar