नासिर-जुनैद हत्याकांड : अनिल विज की गहलोत सरकार को नसीहत, पुलिस की साइंटिफिक जांच होनी चाहिए, लठम-लट्ठा जांच से होता है रिएक्शन

2/25/2023 6:13:57 PM

चंडीगढ़ (चन्द्रशेखर धरणी) : हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज आज पानीपत में थे। पत्रकारों द्वारा नासिर-जुनैद मामले को लेकर जब उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह मामला राजस्थान पुलिस का है और इसकी जूरिसडिक्शन भी राजस्थान है। यह मामला दर्ज भी राजस्थान में हुआ है और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है। जांच उन्हें करनी है। उन्होंने कहा कि मैं यही उनसे कहना चाहूंगा जिस प्रकार से पुलिस की साइंटिफिक जांच होनी चाहिए वैसे ही करनी चाहिए और लठम-लट्ठा जांच मत करो क्योंकि उसका रिएक्शन होता है।

राज्य की कानून व्यवस्था के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम कानून व्यवस्था पर नियंत्रण रखे हुए हैं और हम अपने सिस्टम को ठीक करते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने डायल 112 शुरू किया है और उसका एवरेज रीच टाइम 8 मिनट है। अर्थात 8 मिनट में हमारी पुलिस की गाड़ी पहुंच रही है और लोगों को इससे बहुत लाभ मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश का यह बजट बहुत अच्छा आया है, जो मोदी जी ने दर्शन दिया है। आज से पहले किसी प्रधानमंत्री ने नहीं सोचा कि हमें विकासशील देश से विकसित देश बनाना है और इन्होंने 2047 का टारगेट दिया हुआ है। उन्होंने कहा कि इसी को मद्देनजर रखते हुए हमारा केंद्र का बजट आया है और उसी को देखते हुए जो भाजपा शासित सरकारें हैं वह अपना बजट बना रही हैं, ताकि हर क्षेत्र में विकास हो और हर व्यक्ति तक विकास पहुंचे। 

उन्होंने कहा कि एक प्रधानमंत्री जो आज खाली देश का ही फिगर नहीं है, आज वह सारे संसार का एक सम्मानित चेहरा है और कांग्रेस के लोग कह रहे हैं कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। उन्होंने आज अपने ट्वीट का जिक्र करते हुए कहा कि जहां इन्होंने (कांग्रेस) जाना था आज कांग्रेस पार्टी चली गई और प्रधानमंत्री मोदी को कह रहे हैं कि तेरी कब्र खुदेगी, तो मैंने उस पर ट्वीट किया था।

कांग्रेस पार्टी की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह तो एक ढोंग है। हाथ से हाथ कहां जोड़ना, इन्होंने तलवारों से सिर कटवाए हैं यह हाथ से हाथ जोड़ने वाले कहां है। उन्होंने कहा कि साल 1947 में देश का विभाजन करके इन्होंने (कांग्रेस) एक लाख लोग मरवा दिए, ऐसे ही साल 1984 में दिल्ली और देश में इन्होंने (कांग्रेस) सारा कत्लेआम कराया। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यह हाथ से हाथ कहां मिलाने वाले हैं। दूसरों से हाथ से हाथ तो बाद में मिलाना, पहले ये अपने हाथ तो मिला लें। पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने हाथ किरण चौधरी और शैलजा से तो मिला लें और लोगों से हाथ से हाथ तो बाद में देखना। ई-टेंडरिंग के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस संबंध में सरकार सोच रही है।

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Content Writer

Gourav Chouhan