लव जेहाद का एक और मामला- धर्म परिवर्तन करवा रचाई दूसरी शादी और फिर...

6/3/2017 8:30:00 AM

हिसार:हिसार में लव जेहाद का एक और मामला सामने आया है। आरोप है कि धर्म परिवर्तन कर एक शादीशुदा मुस्लिम व्यक्ति ने युवती से शादी की और उससे लाखों रुपए की नकदी, जेवरात व मकान ऐंठ लिया। शहर पुलिस ने युवती की शिकायत पर 2 महिलाओं सहित 7 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, दुष्कर्म और मारपीट का केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं बजरंग दल ने 2 महिला अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही बजरंग दल ने प्रशासन से कहा है कि शहर में रह रहे मुसलमानों की जनसंख्या का सटीक पता लगाया जाए।

पीड़िता ने शहर पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि वह मूलरूप से मेला ग्राऊंड एरिया की रहने वाली है और उनके पिता सरकारी अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त है। उसने बताया कि करीब 2 साल पहले बुलंदशहर के रहने वाले दाऊद के साथ संपर्क हुआ था। उसने आरोप लगाया कि आरोपी ने पहले तो धर्म परिवर्तन करवाया और फिर उसके साथ शादी कर ली। हालांकि शादी के समय खुद को अविवाहित बताया था, मगर जब वर्ष 2015 में शादी के बाद वह दाऊद के घर गई तो पता चला कि वह पहले ही शादीशुदा है।

शिकायत में कहा गया कि आरोपी ने पहली पत्नी से तलाक लेने के नाम पर उससे वकील की फीस के नाम पर करीब 3 लाख रुपए ऐंठ लिए। साथ ही बच्चे के खर्चे के लिए 20 हजार रुपए लिए। इसके अलावा कामकाज के लिए 5 लाख रुपए ले लिए। यही नहीं अपने माता-पिता के लिए 20 तोले जेवरात की मांग की। शिकायत में पीड़िता ने कहा कि जब कथित पति की ज्यादतियां सहन नहीं हुई तो उसका विरोध किया। विरोध करने पर पति के भाई, पिता और अन्य ने जान से मारने की धमकी दी और उसके साथ दुराचार किया गया। यही नहीं स्वागत कालोनी में एक मकान को बेच दिया और उस प्लाट की राशि भी हड़प ली। 

पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर दाऊद खान, फारूक, मुस्तकीम, नूरू मोहम्मद, नूरू मोहम्मद की पत्नी, दाऊद की पत्नी, अमर के खिलाफ धारा 376 डी, 328, 342, 120 बी के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। आज इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ता संगठन के पदाधिकारी कपिल वत्स के नेतृत्व में शहर थाना पहुंचे और मांग की है कि सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। कपिल वत्स ने स्थानीय महिला संरक्षण अधिकारी सहित एक अन्य महिला अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। 

उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में भी पीड़िता दाऊद से छुटकारा चाहती थी, मगर स्थानीय अधिकारी ने जबरन पीड़िता को दाऊद के साथ भेज दिया। उन्होंने कहा कि यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले मिल गेट एरिया और हांसी में ऐसे मामले आ चुके हैं। कपिल वत्स ने प्रशासन से मांग की है कि हिसार जिले में रहने वाले सभी मुसलमानों का पंजीकरण किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगलादेश के कुछ मुसलमान अवैध रूप से यहां रह रहे हैं। ऐसे लोगों की जांच की जानी चाहिए।