हरियाणा के बेटे ने ग्रीको रोमन कुश्ती में जीता गोल्ड, देश व प्रदेश का बढ़ाया मान

7/29/2022 5:36:14 PM

रोहतक(दीपक): जिले के रिठाल गांव के रहने वाले सूरज वशिष्ठ ने इटली में आयोजित अंडर-17 विश्व चैंपियनशिप में 55 किलो ग्रीको रोमन कुश्ती में गोल्ड मेडल जीतकर देश व प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है। 16 साल का सूरज 55 किलो ग्रीको रोमन कुश्ती में विश्व चैंपियन बन गया है। गोल्ड मेडल जीतकर सूरज वशिष्ठ रोहतक स्थित मेहर सिंह अखाड़े में पहुंच गया है। सूरज वशिष्ठ के परिवार की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है। लेकिन फिर भी खेल कोच और दोस्तों के सहयोग सो वह इस मुकाम पर पहुंचने में सफल हुआ है। अब उसका लक्ष्य एशियन चैंपियनशिप, कॉमन वेल्थ गेम तथा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर हरियाणा के साथ-साथ देश का भी मान बढ़ाना  है।

 

 

योगेश्वर दत्त और बजरंग को मानते हैं अपना आइडल

 

योगेश्वर दत्त तथा बजरंग पुनिया को आइडल मानकर कुश्ती की शुरुआत करने वाले सूरज वशिष्ठ 16 साल की उम्र में ही इन पहलवानों की राह पर चल पड़े हैं। इटली में आयोजित अंडर-17 विश्व चैंपियनशिप में 55 किलो ग्रीको रोमन गोल्ड मेडल जीतकर सूरज ने उस लक्ष्य की तरफ अपना कदम भी बढ़ा दिया है।

 

 

ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के लक्ष्य के साथ लगातार कर रहे तैयारी

 

सूरज ने कहा कि मेडल जीतकर जहां उन्हें काफी खुशी हुई है, वहीं पूरा देश व प्रदेश उनकी जीत पर काफी खुश है। उन्होंने कहा कि उनकी इस जीत के पीछे कई लोगों की मेहनत व सहयोग है। सूरज ने बताया कि परिवार की स्थिति अच्छी न होने के बावजूद भी उनके माता-पिता ने उनका भरपूर सहयोग किया है। यही नहीं उनके दोस्तों और कोच ने भी उनकी काफी मदद की है। सूरज ने बताया कि वे सुबह 4 बजे उठकर प्रैक्टिस करने लग जाते हैं। उसी मेहनत का नतीजा है कि वे देश के लिए गोल्ड मेडल जीत पाए हैं। सूरज ने साबित साबित कर दिया कि हम ग्रीको रोमन कुश्ती में भी किसी से पीछे नहीं हैं। उसने कहा कि अब उनका अगला लक्ष्य कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स तथा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है। इसके लिए वे अभी से मेहनत शुरू कर देंगे।

 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

Content Writer

Isha