एक और घोटालेबाज बाबा आया सामने, सत्संग के नाम पर हेराफेरी करने के आरोप (VIDEO)

9/27/2018 7:59:10 PM

फरीदाबाद(अनिल राठी): फरीदाबाद में एक और बाबा का घोटाला उजागर हुआ है। जहां सुरेश गोयल नाम के एक बाबा पर सत्संग के नाम पर करोडो़ं के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। दरअसल फरीदाबाद के अनंगपुर गांव में अखिल भारतीय संतमत सत्संग नाम से सुरेश गोयल एक आश्रम को संचालित करता है और पूरे देश में जगह-जगह खोले गए सत्संग घरों में प्रवचन भी देता है। यूं तो बाबा के लाखों भक्त हैं लेकिन जो बाबा के खास भक्त थे उनमें से 105 उन लोगों को बाबा ने फरीदाबाद के आश्रम में ही जमीन और फ्लैट अलॉट किए हुए थे। बाकायदा उनके नाम से एक निश्चित रकम लेकर फ्लैट भी दिए हुए थे।

लोगों का आरोप है कि उन्होंने बाबा द्वारा दिए गए फ्लैट की एवज में पूरे दाम भी दे दिए हैं और अपने ही पैसों से अपने मकान भी बनवा लिए। लेकिन 30 साल पहले दी गई सस्ती जमीन के आज करोडो़ं के भाव हैं। जिसको देखते हुए बाबा के मन में बेइमानी आ गई और उन्होंने सोसायटी रजिस्ट्रार से मिलकर एक फर्जी लीड डीड तैयार करा दी। जिसमें सभी को 30 साल के लिए किराएदार दिखाया गया और उनको जबरदस्ती उनके फ्लैटों और जमीन से गुंड़ों की मदद से बाहर कर दिया गया। लोगों का ये भी आरोप है कि बाबा सुरेश गोयल ने 30 से 40 लोगों को गुमराह करके इस फर्जी लीज डीड पर साइन भी करा लिए हैं। लेकिन जब बाकी बचे 50 से 60 लोगों को इस गोरखधंधे और जालसाजी का पता चला तो उन्होंने इस बात का एतराज किया तो उनको घर से बेघर कर दिया।

आश्रम में घुसने पर ही पाबंदी लगा दी, और तो और उनके घरों के ताले तोड़कर सामान ही गायब कर दिया गया। घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी नष्ट कर दिया गया। लोगों के मुताबिक वो देश के अलग-अलग शहरों के हैं और अपनी रिटायरमेंट के बाद बाबा के अनुयायी बने थे। लेकिन उनको नहीं पता था कि ये एक घोटालेबाज बाबा है। मामले में पीड़ित लोगों ने शिकायत अलग-अलग अधिकारियों को दी लेकिन कोई नतीजा ना देखते हुए उन्होंने सीएम विंडों का सहारा लिया।

इस मामले में सरकार ने जांच के लिए एक एसआईटी गठित कर दी। 2 साल की लंबी जांच के बाद एसआईटी ने बाबा सुरेश गोयल को दोषी पाया औऱ संबंधित सूरजकुंड थाने में 25 जुलाई 2018 को बाबा समेत 3 लोगोन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। बता दें कि बाबा सुरेश गोयल के आश्रम के प्रधान समेत 2 लोगों के खिलाफ वन विभाग ने भी संबंधित थाना क्षेत्र में 15 फरवरी 2017 को वन विभाग की जमीन पर गैर वाणिकी काम करने के चलते एफआईआऱ दर्ज करा रखी है। लेकिन अब सबसे बड़ी बात ये है कि एसआईटी द्वारा की गई जांच के बाद पूरे सबूतों के साथ भी आरोपी बाबा सुरेश गोयल फरार क्यों है।

जबकि पीड़ित लोगों के मुताबिक उन्होंने संबंधित थाना को बाबा सुरेश गोयल के द्वारा किए जा रहे अलग-अलग जगह के सत्संगों की जानकारी भी दी बावजूद इसके बाबा की कोई गिरफ्तारी अभी तक नहीं की गई। इस पूरे घोटाले पर जब हमने संबंधित पुलिस अधिकारियों से बात करनी चाही तो किसी ने भी कैमरे पर आकर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया और साफ बचते नजर आए। सूत्रों के मुताबिक आरोपी बाबा ने अपने ऊपर हुई एफआईआर के बाद जिला अदालत फरीदाबाद में अपनी जमानत याचिका लगाई थी। लेकिन लोअर और सैशन कोर्ट दोनों से ही बाबा की जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। इसके बावजूद भी पुलिस बाबा को पकड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। अब ये बाबा सुरेश गोयल का रसूख है या पुलिस की नाकामयाबी कि जो बाबा सुरेश गोयल अभी तक पुलिस गिरफ्त से दूर है।

 

 
 
 

 

Rakhi Yadav