संकट के समय में भी कोई भी, कहीं से भी कनेक्ट कर सकता है, यह नई तकनीक का है वरदानः प्रोफेसर कुठियाला

8/21/2020 9:48:33 AM

चंडीगढ़(धरणी):  हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर बी के कुठियाला ने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में भी इंसान कभी भी कहीं भी, किसी से भी जुड सकता है। यह नई तकनीक का मनुष्य को वरदान है। ऐसी परिस्थितियों में भी विश्वभर के लोग एक दूसरे से प्रभावी संवाद कर रहे हैं। नई तकनीक ने यह ताकत दुनिया के हर व्यक्ति को दी है। इसलिए 21वीं सदी में हम सभी को नई तकनीक के महत्व को समझते हुए शिक्षण व प्रशिक्षण को आगे बढाने की आवश्यकता है। वे गुरूवार को जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान एवं मानव संसाधन विकास केन्द्र के संयुक्त तत्वाधान में मीडिया उद्योग शिक्षण एवं कौशल की नई दिशा विषय पर आयोजित रिफ्रेशर कोर्स के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। 

उन्होंने कहा कि रिफ्रेशर कोर्स एक ऐसा अवसर होता है जब विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिभागी एक मंच पर आकर अपने ज्ञान को एक दूसरे से बांटते हुए, विशेषज्ञों से चर्चा करते हुए भविष्य के लिए दिशा तय करते हैं। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय इस पहले आॅनलाइन कोर्स ने मीडिया शिक्षकों के लिए भविष्य की दिशा तय की है। उन्होंने कहा कि पूरे विó में मीडिया उद्योग एक संकट के दौर से गुजर रहा है। प्रिंट, टीवी, रेडियो का महत्व घटते-बढते हुए डिजीटल का महत्व तेजी के साथ बढा है। इस संकट के समय में मीडिया शिक्षण की दिशा भविष्य में क्या हो इस पर सभी शिक्षकों को विचार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों में मीडिया के क्षेत्र में जितनी तेजी के साथ बदलाव हुआ है आने वाले समय में यह बदलाव इससे भी तेज गति के साथ होगा। इसके लिए हमें तैयार होने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में मीडिया के कंटेंट के वितरण के तौर तरीके बदले हैं। फिल्में ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज हो रही हैं। मीडिया उद्योग में कंटेंट पहले भी किंग था और आज भी किंग है। भविष्य में मीडिया शिक्षण एवं उद्योग के लिए ऐसे शिक्षकों और प्रशिक्षकों की आवश्यकता है जो कंटेंट का उत्पादन वितरण व उसका मैनेजमैंट खुद कर सके। उन्होंने कहा कि हमें मीडिया के वैकल्पिक मंचों पर नए प्रयोग करने की आवश्यकता है। डाटा एनालिसिस व डाटा जर्नलिज्म पत्रकारिता का भविष्य है। अगर इस ओर ध्यान न दिया तो दूसरे विषयों के लोग ये नौकरियां चुरा ले जाएंगे। मीडिया शिक्षकों को इसके लिए खुद को तैयार करने की आवश्यकता है। 

प्रोफेसर कुठियाला ने इस सफल आॅनलाइन रिफ्रेशर कोर्स के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डाॅ. नीता खन्ना व आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान ने संकट को अवसर में बदला है। इसके लिए सभी आयोजक बधाई के पात्र हैं। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. नीता खन्ना ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के खुशी की बात है कि पहले आॅनलाइन रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन कुरुक्षेत्र विóविद्यालय ने बहुत ही बेहतरीन तरीके से आयोजित किया है। इस कोर्स की सबसे बडी खूबी यह रही है कि हम विश्वविद्यालय के रूप में संकट के समय में भी प्रतिभागियों के माध्यम से पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान बना सके हैं। करीब 16 राज्यों से 51 प्रतिभागियों ने इस कोर्स में भाग लिया। 

कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य मीडिया शिक्षण व प्रशिक्षण की दिशा में भी उत्कृष्टता व उंचाइयों को हासिल करना है उसी के अनुरूप ही इस कोर्स का आयोजन किया गया है। उन्होंने इसके लिए मानव संसाधन केन्द्र एवं जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान को बधाई दी।  मानव संसाधन केन्द्र की निदेशिका प्रोफेसर नीरा वर्मा ने कहा कि संकट के समय में हम एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर के रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन करने में सफल रहे हैं। पहली बार रिफ्रेशर कोर्स में देश के साथ साथ विदेशों से भी नामी प्रोफेसर को आमंत्रित किया गया। इस कोर्स के माध्यम से विश्वविद्यालय की पहचान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी बढी है। इसके लिए उन्होंने कोर्स संयोजक डाॅ. बिंदु शर्मा व सह संयोजक डाॅ. अशोक कुमार को बधाई दी। 

कोर्स संयोजक प्रोफेसर बिंदु शर्मा ने बताया कि इस 12 दिवसीय कार्यक्रम में 48 सत्रों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविदों एवं मीडिया विशेषज्ञों ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मंच के माध्यम से महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मीडिया उद्योग, शिक्षण एवं कौशल की नई दिशा विषय पर आयोजित इस कोर्स में मीडिया के हर विषय पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि कोर्स के माध्यम से प्रतिभागियों को उत्कृष्ट कंटेंट देने का प्रयास किया गया है। उन्होंने इसके सफल आयोजन के लिए सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। कोर्स सहसंयोजक डाॅ. अशोक कुमार ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस कोर्स के माध्यम से जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान पूरे देश में एक छाप छोडने में सफल रहा है। उन्होंने इसके सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन, प्रतिभागियों व सभी वक्ताओं का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर संस्थान के सभी शिक्षक, विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक एवं प्रतिभागी मौजूद थे।

Isha