बलराज कुंडू ने प्रदेश के पंजाबी समाज से माफी नहीं मांगी तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगेः तरुण भंडारी

3/19/2020 11:01:52 AM

चंडीगढ़(धरणी)- मेहम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू की टिप्पणी पर पंजाबी नेताओं में भारी आक्रोश है।आज हुई मीटिंग के बाद बीजेपी के पंजाबी नेता तरुण भंडारी ने कहा कि महम के विधायक बलराज कुंडू ने पंजाबियों के बारे में अपशब्द बोलकर हरियाणा का भाईचारा खत्म करने की कोशिश की है जबकि ईमानदार छवि रखने वाले मूख्यमंत्री पर भी बिना सबूतों के  भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।उन्होंने कहा कि प्रदेश का भाईचारा खत्म करने की कोशिशों के चलते इनकी सदस्यता जल्द से जल्द रद्द होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर अगर बलराज कुंडू ने प्रदेश के पंजाबी समाज से माफी नहीं मांगी तो हम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे ।  

यमुनानगर लोहगढ़ ट्रस्ट के चेयरमैन गुरविंदर सिंह तनेजा ने कहा कि बलराज कुंडू के बयानों से उन्हें काफी ठेस लगी।उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें अपना नुमाइंदा बनाकर विधानसभा में भेजा। ऐसे बयानों से समाज मे जहर फैलाने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान चुने हुए नुमाइंदे बलराज कुंडू के लिए बेहद अशोभनीय है। उन्होंने कहा कि जहां तक बलराज कुंडू ने सीएम को लेकर जो आरोप लगाए है।जबकि हरियाणा में ही नही पूरे देश मे मूख्यमंत्री की कर्मठता की बातें होती है।ऐसे मूख्यमंत्री पर बिना सबूत बेबुनियाद आरोप लगाने और भद्दी भाषा का इस्तेमाल करना मैं बलराज कुंडू की बेवकूफी समझता हूं। उन्होंने कहा कि भाईचारे में हरियाणा एक नम्बर है लेकिन इन्होंने कोई शिक्षा नही ली। गुरविंदर सिंह ने कहा कि 2016 के आगजनी के परिणाम इनके सामने है जबकि इन्होंने फिर से समाज के ताने बाने को बिगाड़ने की कोशिश की है जिसकी अगर वे बिना शर्त माफी नहीं मांगते तो इनपर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।

पंचकूला निवासी बी.के खुराना ने कहा कि बलराज कुंडू ने उस पंजाबी समाज और हरियाणा के मूख्यमंत्री के लिए अपशब्द कहे है जिन्होंने अपनी ईमानदारी के साथ एक नया उदाहरण पेश किया है।जबकि मनोहर लाल के सीएम बनने से ये धारणा भी बनी है कि ईमानदार लोग भी राजनीति में आ सकते है।ये पूरा घटनाक्रम मूख्यमंत्री की छवि को खराब करने के लिए हो रहा है।उन्होंने कहा कि ईमानदार मूख्यमंत्री पर वह आदमी आरोप लगा रहा है जो खुद ही भ्र्ष्टाचार के आरोपों स्व घिरा है।उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को समाज को तोड़ने का कोई हक नहीं है।जबकि इसके खिलाफ पंजाबी समाज पूरी तरह से एकजुट है।

 

Isha