3 पीढ़ियों को अपने भीतर समाहित किए हुए है अर्जुन चौटाला, पड़दादा और दादा की तरह हैं अंदाज...विधानसभा में भी दिखाए तेवर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 19, 2024 - 08:48 AM (IST)

रानियां: 32 वर्षीय युवा विधायक अर्जुन चौटाला अपने परिवार की 3 पीढ़ियों को अपने भीतर समाहित किए हुए हैं। उनकी कार्यशैली, पहनावे एवं बोलने के अंदाज में उनके पड़दादा चौ. देवीलाल, दादा चौ. ओमप्रकाश चौटाला एवं पिता चौ. अभय चौटाला की झलक देखने को मिलती है। वह अपने पड़दादा चौ. देवीलाल की तरह से अधिकांश मौकों पर धोती-कुर्ता पहनते हैं तो पैरों में जूती डालते हैं।

अपने दादा चौ. ओमप्रकाश चौटाला की तरह सिर पर हरी पगड़ी धारण करते हैं और सभाओं से लेकर विधानसभा में अपने पिता चौ. अभय सिंह चौटाला की तर्ज पर आक्रामक तरीके से अपनी बात रखते हैं। खास बात यह है कि अर्जुन चौटाला की कद-काठी भी ताऊ  देवीलाल की तरह है। गौरतलब है कि अर्जुन चौटाला ने साल 2019 में कुरुक्षेत्र सीट से संसदीय चुनाव लड़ा लेकिन हार गए मगर वह सियासत में लगातार सक्रिय रहे। वह इसी साल अक्तूबर में हुए विधानसभा चुनाव में पहली बार रानियां से चुनाव लड़े और पहली बार ही रानियां से विधायक चुने गए।

खास बात यह है कि अर्जुन चौटाला ने कांग्रेस के प्रत्याशी सर्वमित्र कम्बोज एवं अपने दादा तथा आजाद उम्मीदवार चौ. रणजीत सिंह को पराजित किया। अभी हाल में 13 नवम्बर से विधानसभा का सत्र शुरू हुआ। अर्जुन चौटाला ठेठ हरियाणवी वेशभूषा में विधानसभा में पहुंचे। उन्होंने अपने पड़दादा चौ. देवीलाल की तरह से ही धोती-कुर्ता एवं जूती डाली हुई थी। अपने दादा चौ. ओमप्रकाश चौटाला की तरह सिर पर हरे रंग की पगड़ी को धारण किया हुआ था। अर्जुन चौटाला ने फरवरी, 2023 में अपने पिता की ओर से प्रदेशभर में निकाली गई परिवर्तन पदयात्रा के दौरान ऐसा पहनावा डालना शुरू किया था और वह विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी कई बार धोती कुर्ते में ही नजर आए।  


13 नवम्बर से शुरू हुए 4 दिवसीय विधानसभा सत्र में भी अर्जुन चौटाला के आक्रामक तेवर नजर आ रहे हैं। वह अपने पिता चौ. अभय चौटाला की तरह ही विकासपरक एवं संजीदा मुद्दों को तथ्यों व तर्कों के साथ रख रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इनैलो 2005 के बाद से सत्ता से बाहर है। इस बीच 2010, 2014, 2019 और 2021 में अभय चौटाला ऐलनाबाद से विधायक चुने गए। 2014 से लेकर 2019 तक अभय चौटाला विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे और इस दौरान उन्होंने रजिस्ट्री घोटाला, प्रॉपर्टी घोटाला, खनन घोटाला, शराब घोटाला, दवा घोटाला, किसान आंदोलन, नशे, कानून व्यवस्था सहित विकासपरक मुद्दों को लेकर आक्रामक तेवरों के साथ अपनी अपनी बात रखी। । कई बार तो अनेक मुद्दों को लेकर अभय चौटाला की तत्कालीन स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता एवं कुछ मंत्रियों के साथ नोक-झोंक भी हो गई।

अब अपने पिता की ही तर्ज पर अर्जुन चौटाला जनहित के मुद्दों को लेकर आवाज बुलंद कर रहे हैं। अब तक 3 दिन चले विधान सभा सत्र में अर्जुन ने किसानों को हो रही खाद किल्लत का मुद्दा उठाने के अलावा रानियां क्षेत्र में नहरी एवं पीने के पानी की समस्या को प्रमुखता से उठाया। 

 


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Content Writer

Isha

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