सेना में भर्ती के नियमों में बदलाव, गलत तरीके से एंट्री करने वालों पर गिरेगी गाज

5/6/2017 6:08:41 PM

भिवानी(अशोक भारद्वाज):अब सेना में भर्ती के फर्जीवाड़ा व दलालों को रोकने के लिए सेना मुख्यालय द्वारा भर्ती के नियमों में अनेक फेरबदल किए गए हैं। भर्ती की प्रक्रिया में जहां रजिस्ट्रेशन करने के दौरान आधार से लिंक करना जरुरी है वहीं रजिस्ट्रेशन के बाद आनलाइन कम्प्यूटर बेस पर परीक्षा आयोजित की जाएंगी। इतना ही नहीं बल्कि भर्ती प्रक्रिया से लेकर ट्रेनिंग तक सलेक्टिड उम्मीदवारों की बायोमैट्रिक सिस्टम से पहचान की जाएगी। 

ओपन स्कूल से मैट्रिक परीक्षा पास करके भर्ती में शामिल होने वालों पर भी सेना की पूरी निगरानी रहेगी। सेना उम्मीदवार का स्कूल प्रमाण पत्र से लेकर सभी दस्तावेजों में फिजिकल जांच भी करेगी। सेना द्वारा पूरी प्रक्रिया इसी वर्ष जुलाई माह से शुरू करने की योजना है। हालांकि सेना द्वारा इसकी पूरी तैयारियां भी कर ली हैं। पिछले काफी समय से सेना में भर्ती होने के लिए उम्मीदवार जहां तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर सेना में एंट्री कर रहे हैं। वहीं सेना ने भी फर्जीवाड़ा कर भर्ती होने वालों से निपटने की पूरी तैयारियां कर ली हैं। सेना अब भर्ती प्रक्रिया में कई ऐेसे अहम बदलाव करने जा रही है, जिसके बाद सेना में भर्ती होने के लिए उम्मीदवार किसी भी तरह से फर्जीवाड़ा करता है तो वह पकड़ा जाएगा। सेना द्वारा भर्ती प्रक्रिया से लेकर ट्रेनिंग तक पहुंचने के लिए उम्मीदवार की पूरी तरह से पूरी डिटेल खंगाली जाएगी। चरखी दादरी भर्ती कार्यालय द्वारा पिछले दो वर्ष के रिकार्ड को खंगालने के बाद ऐसे करीब दो दर्जन से ज्यादा मामले सामने आए हैं। हालांकि सेना भर्ती कार्यालय द्वारा ऐसे केसों में पकड़े गए उम्मीदवारों पर पुलिस एफ.आई.आर. भी दर्ज करवाई गई हैं। सेना भर्ती कार्यालय द्वारा आगामी भर्ती प्रक्रिया के दौरान सेना मुख्यालय के नए नियमों पर शुरू करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। 

सेना भर्ती कार्यालय दादरी के निदेशक कर्नल एकेएस पिल्ले की मानें तो सेना भर्ती के नए नियमों के अनुसार इसी वर्ष जुलाई माह से प्रक्रिया शुरू हो जाएगा। कर्नल पिल्ले ने बताया कि सेना में फर्जीवाड़े को पूरी तरह से रोकने के लिए कई नियमों में फेरबदल किया गया है। जिसमें सबसे पहले उम्मीदवार द्वारा रजिस्ट्रेशन के दौरान आधार कार्ड से लिंक होना जरूरी कर दिया है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद कम्प्यूटर बेस पर लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी। जिससे भर्ती के दौरान उमड़ने वाली भीड़ से भी छुटकारा मिलेगा और सिलेक्टेड कैंडिडेट ही सेना भर्ती में शामिल हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि उम्मीदवार मुख्यत: चार तरह से फर्जीवाड़ा कर सेना में इंट्री कर रहे हैं। जिनमें जन्मतिथि बदलना, फर्जी जातिय प्रमाण पत्र बनवाना, पहचान छिपाकर दूसरे की जगह इंट्री करना जैसे मामले सामने आए हैं। इसी के मद्देनजर सेना भर्ती प्रक्रिया में नियमों का फेरबदल किया जा रहा है। 

कर्नल एकेएस पिल्ले के अनुसार सेना भर्ती प्रक्रिया से लेकर ट्रेनिंग के लिए चयनित उम्मीदवारों की बायोमैट्रिक सिस्टम से विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। इसके अलावा जो उम्मीदवार सेना के लिए चयनित हुए हैं उनके ट्रेनिंग से पूर्व ही सभी प्रमाण पत्रों सहित अन्य सभी दस्तावेजों की सरकारी प्रक्रिया के साथ-साथ फिजिकल जांच की जाएगी। वहीं अपने क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में फर्जी कागजात तैयार कर सेना की भर्ती में शामिल होने वालों की पहचान एक क्लिक से ही कर ली जाएगी। सेना द्वारा फिलहाल हरियाणा व हिमाचल के सभी भर्ती कार्यालयों को आनलाइन कर दिया है और लिंक करते ही उम्मीदवार का पूरा रिकार्ड सामने आएगा। जिससे गलत तरीके से भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले उम्मीदवार का फर्जीवाडा स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सेना में भर्ती होने के लिए उम्मीदवार जहां गलत तरीके से अपनी जन्मतिथि, जाति व स्थान बदलकर ओपन स्कूल से परीक्षा पास करते हैं, उन उम्मीदवारों का पिछले स्कूल, गांव व प्रशासनिक कार्यालयों से रिकार्ड टैली किया जाएगा।