हुड्डा व यशपाल लोकतन्त्र में फैलाना चाहते हैं गुंडागर्दी:आर्य

1/23/2017 1:07:24 PM

कुरुक्षेत्र(विनोद खुंगर):हरियाणा में फिर से जाट आंदोलन की बात उठने पर आग उगलती बयानबाजी शुरू हो गई है। कुरुक्षेत्र में देर शाम सांसद राज कुमार सैनी के निवास स्थान पर हरियाणा बीज निगम के पूर्व चेयरमैन तथा लोकतन्त्र मंच के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रोशन लाल आर्य पहुंचे तथा उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए जाट नेता यशपाल मलिक व पूर्व मुख्यमन्त्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के खिलाफ काफी जहर उगला। उन्होंने कहा कि एक साल पहले जाट आन्दोलन के नाम पर हरियाणा में भीषण गुंडागर्दी की गई थी और अब फिर से यशपाल मलिक और उसके साथी तुच्छ राजनीति के नाम पर हरियाणा का अमन चैन समाप्त करना चाहते हैं। 

 

आर्य ने कहा कि इसके लिए राष्ट्रीय लोकतन्त्र सुरक्षा मंच कड़ी निंदा करता है। उन्होंने सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील करते हुए कहा कि हरियाणा में पहले की भांति घटनाक्रम दोहराया न जाए। जो लोग लोकतन्त्र, संविधान और न्यायालय को नहीं मानते, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। आर्य ने सरकार से मांग की है कि यशपाल मलिक के हरियाणा में प्रवेश पर रोक लगाई जानी चाहिए। यशपाल मलिक का हरियाणा से कोई सम्बन्ध नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यशपाल मलिक नकली तथा किराए का आदमी है और उसने पिछले जाट आन्दोलन में जाटों को भड़काकर हजारों करोड़ रुपए इकट्ठा किया है। पूर्व विधायक आर्य ने सरकार से कहा कि यशपाल मलिक पर रोक लगे कि वह हरियाणा में फिर उत्पात न कर सके। 

 

उन्होंने कहा कि जाट आरक्षण आन्दोलन वास्तव में छदम आंतकवाद है और यह तानाशाही से लोगों को दबाने का षड्यन्त्र है। आर्य ने कहा कि आम जाट समाज के लोग इन आंदोलनकारियों से कटे हुए हैं तथा आम जाट लोग इन्हें पसन्द भी नहीं करते हैं। उन्होंने इस अवसर पर चौधरी चरण सिंह का भी हवाला देते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह ने तो जाटों को आरक्षण लेने से रोका था और कहा था कि जाटों को आरक्षण की जरूरत ही नहीं है। आर्य ने बताया चौधरी चरण सिंह जैसे दिग्गज नेता ने बोला था कि जाटों का तो समाज में सर्वोच्च स्थान है। उन्होंने कहा कि जाटों को तो सेना में लाखों नौकरियां मिलती हैं। यह काफी सुविधाएं प्राप्त करते हैं। जाटों के बड़े बड़े संस्थान हैं। राष्ट्रीय लोकतन्त्र सुरक्षा मंच के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा जाटों की यह लड़ाई आरक्षण प्राप्त करने की नहीं बल्कि अफगानिस्तान की भांति तानाशाही तरीके से आंतकवाद फैलाने की योजना है। यह जाट नेता भोले भाले लोगों को बहका कर अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं। 

 

आर्य ने आरोप लगाया कि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा व यशपाल मलिक जैसे लोगों को गुमराह कर फिर हरियाणा को आग में झोंकने के लिए आ रहे हैं। लेकिन इस बार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने हरियाणा पुलिस के महानिदेशक के ब्यान की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे पुलिस फोर्स मनोबल बढ़ेगा। उन्होंने मुख्यमन्त्री मनोहर लाल के बारे में भी कहा कि मनोहर लाल अब नए सीखने वाले मनोहर लाल नहीं हैं। जाट नेता कितना भी प्रयास कर लें लेकिन अब मनोहर लाल बदले जाने वाले नहीं हैं। जाटों के पास वास्तविक जाटों के पास बीस लाख करोड़ की सम्पति है। उनके पास ऐसे कामों के लिए समय ही नहीं है। साथ ही 35 बिरादरी के लोग भी इन लोगों की साजिश को समझ चुके हैं। आर्य ने आरोप लगाया कि हुड्डा व यशपाल मलिक जैसे यह नकाबपोश लोग लोकतन्त्र में गुंडागर्दी फैलाना चाहते हैं। ऐसे लोगों को किसी भी हालत में फिर से उभरने नहीं देंगे।