तापमान गिरने के साथ ही हवा भी हुई जहरीली, पानीपत का AQI पहुंचा 419 तक

12/12/2019 11:46:24 AM

डेस्क(गौड़) : दीवाली पर हुई आतिशबाजी और पराली जलने के बाद अब तापमान में हुई गिरावट प्रदेश में वायु प्रदूषण की गुणवत्ता को गंभीर स्थिति तक पहुंचा रही है। पिछले कुछ दिनों से राज्य में ठंड बढऩे का असर सीधे वायु प्रदूषण के स्तर पर पड़ा है। प्रदेश के कई ऐसे शहर हैं, जहां पिछले 48 घंटों दौरान वायु प्रदूषण के स्तर पर तेजी से बदलाव दर्ज किया गया है। 

राज्य के कई जिलों का एयर क्वालिटी इंडैक्स (ए.क्यू.आई.) वैरी पुअर कैटेगरी तक पहुंच गया है लेकिन पानीपत में हालात और गंभीर होते जा रहे हैं। सैंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) की ओर से जारी की गई पिछले 24 घंटे की रिपोर्ट में इस जिले का ए.क्यू.आई. 419 के आंकड़े के साथ बेहद खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है,जबकि फरीदाबाद 390 ए.क्यू.आई. के साथ प्रदेश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है। अन्य शहरों की भी स्थिति कुछ ठीक नहीं है। हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मैंबर सैक्रेटरी एस.नारायणन के अनुसार एयर क्वालिटी को सुधारने के लिए एक्शन प्लान पर काम चल रहा है। कई जिलों में नई मशीनें लगाई जा रही हैं, ताकि वायु प्रदूषकों की पूरी जानकारी हासिल की जा सके।

विशेषज्ञों की मानें तो मौजूदा समय में वायु प्रदूषण के स्तर में इजाफा होने की मुख्य वजह मौसम में आया बदलाव हो सकता है। मंगलवार को हवा की गति में कमी आई थी,जिस वजह से प्रदूषक तत्व वातावरण में एक ही जगह पर मौजूद रहे। इसका सीधा असर वायु की गुणवत्ता पर पड़ा है। इसके साथ ही रात और सुबह के समय कोहरे की वजह से भी हवा जहरीली होती जा रही है। 

बारिश से निजात  मिलने की उम्मीद कम
मौसम विभाग की मानें तो 12 और 13 दिसम्बर को प्रदेश में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि का भी अनुमान है। इसके साथ ही 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवा भी चलेगी। बारिश के साथ पॢटकुलेट मैटर (पी.एम.)-10 और पी.एम.-2.5 हवा में घुलने की बजाय जमीन पर आ जाते हैं, जिसकी वजह से वायु की गुणवत्ता में सुधार आता है लेकिन ये हालात अधिक समय तक कायम नहीं रहेंगे, क्योंकि मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार 14 और 15 दिसम्बर को एक बार फिर प्रदेश में कोहरे की चादर छा जाएगी, जिससे एक बार फिर स्थिति ङ्क्षचताजनक बन जाएगी।

Isha