आशा वर्कर्स की ट्रेनिंग व लैब टेस्ट सामान में घोटाले की बू

8/4/2018 12:15:02 PM

पिहोवा(किशोर): सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिहोवा में फर्जी बिल घोटाले के बाद अब लैब टैस्ट के सामान, आशा वर्कर ट्रेनिंग सहित अन्य मामलों में हुए घोटाले सामने आ रहे हैं जिसमें सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया गया है। सी.एच.सी. की मार्च, 2018 की एस.के.एस. एक्सपैंसिव रिपोर्ट के अनुसार सी.एच.सी. और पी.एच.सी. पर 1 करोड़ 5 लाख 40 हजार रुपए से अधिक का खर्च दर्शाया गया है। रिपोर्ट में पिहोवा सी.एच.सी. व पी.एच.सी. के रखरखाव, वेतन सहित कई अन्य फिक्सड खर्च शामिल हैं। 

प्रवर चिकित्सा अधिकारी के अनुसार साल 2017-18 की रिपोर्ट में आशा वर्कर की ट्रेनिंग पर 5 लाख 30 हजार से ज्यादा का खर्च दिखाया गया है। जोकि वास्तविक नहीं है। आशा वर्कर की ट्रेनिंग का खर्च 5 लाख रुपए नहीं हो सकता। इसमें फर्जीवाड़े की बू आ रही है। यह घोटाला लाखों रुपए का हो सकता है। यह काम कई सालों से चल रहा है। अभी इसमें वर्ष 2016-17 की रिपोर्ट जो गायब है, की तलाश की जा रही है।

कार्रवाई के लिए उच्च् अधिकारियों को भेजी है शिकायत : एस.एम.ओ.
डा. ललित कलसन ने बताया कि मामले में उचित कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत उच्चाधिकारियों को भेजी है। फिलहाल इन मामलों की जांच चल रही है। सरकार की ओर से आए फंड को जनहित के कार्यों में ही खर्च किया जाना चाहिए। इसमें फर्जीवाड़ा करने वाले के खिलाफ कार्रवाई होनी जरूरी है।
 

Rakhi Yadav