मांगों को लेकर आशा वर्करों ने फूंके मंत्रियों के पुतले, मंत्री कर रहे अनदेखी

1/27/2018 9:29:05 PM

रोहतक/पानीपत/नूंह/फतेहाबाद/जींद (दीपक/अनिल/एके/रमेश/विजेंदर): प्रदेश मेें पल्स पोलियो मिशन की शुरूआत कल 28 जनवरी से होगी लेकिन इस मिशन को कामयाब बनाने बनाने वाली आशा वर्करों ने इस बार अनिश्चितकालीन हड़ताल का फैसला लिया है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से अपनी मांगों को लेकर आशा वर्करों ने सरकार का घेराव किया है। जहां रोहतक में आशा वर्करों ने राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर के कार्यालय में घुसने का प्रयास किया वहीं पानीपत में सचिवालय के सामने परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार का पुतला फूंक कर विरोध जताया है। वहीं नूंह जींद और फतेहाबाद में भी आशा वर्करों ने सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।

रोहतक में राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर के घर में घुसने का प्रयास
मानसरोवर पार्क स्थित सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर के कार्यलय पर प्रदर्शन करते हुए आशा वर्कर पहुंची और कार्यलय में घुसने का प्रयास किया। पुलिस ने वर्करों को कार्यलय में घुसने से रोका। आशा वर्करों ने कार्यालय के बाहर ही धरना दिया और गीत गा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ अपना विरोध जताया।



पानीपत में परिवहन मंत्री के सामने फंूका उन्हीं का पुतला
पानीपत जिले में सैकड़ों की तादाद में आशा वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर सचिवालय के सामने परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार का पुतला फूंका। वहीं जीटी रोड पर जब आशा वर्कर प्रदर्शन कर रही थी उनके पास से ही परिवहन मंत्री कृष्ण पवार बिना उनकी बात सुन सायरन बजा कर चलते बने। यहां आशा वर्करों का कहना है कि आज से वो लगातर तीन दिन तक भाजपा के मंत्रियों और विधायकों का पुतला फूंकेंगे।

नूंह में भी अस्पताल प्रांगण में विरोध प्रदर्शन
स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ की कमी के बावजूद अच्छा नतीजा लाने की सबसे अहम कड़ी आशा वर्कर आजकल स्वास्थ्य विभाग से नाराज चल रही हैं। जिले भर की सैकड़ों आशा वर्कर अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा प्रांगण में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। हड़ताली आशा वर्कर ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें काम के बदले में कम वेतन दिया जाता है। नूंह मेवात जिले में संस्थागत डिलीवरी का मामला हो या फिर मिशन इन्द्रधनुष, पल्स पोलियो अभियान हो या ग्रामीण आंचल की कोई भी योजना हो उसे प्रभावी ढंग से बिना आशा वर्कर के सफल करना सम्भव नहीं है।



फतेहाबाद में आर पार की लड़ाई का ऐलान
फतेहाबाद में आशा वर्करों ने सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है। आशा वर्करों ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल  शुरू की है। 30 जनवरी को देश की सभी ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर सत्याग्रह के तहत जेल भरो आंदोलन भी किया जाएगा।



जींद में चौधरी बीरेन्दर सिंह की कोठी का घेराव
आशा वर्कर यूनियन हरियाणा के आह्वान पर सभी जिला मुख्यालयों पर पिछली 17 जनवरी से स्थानीय उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा धरना आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल में तब्दील हो गया। जींद में धरने की अध्यक्षता नीलम ने की और जिले भर में कार्यरत आशा वर्कर महिलाएं धरने में शामिल रहीं। इस दौरान आशा वर्करों ने चौधरी बीरेंदर सिंह की कोठी का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की।

क्या हैं आशा वर्करों की मांगे?
प्रदेश में कुल 22 हजार आशा वर्कर हैं, जिन्हें सरकार काम की एवज में 1000 रूपए महीना मेहनताना दिया जा रहा है। जिसके चलते आशा वर्कर काफी लंबे समय से सरकारी कर्मचारी घोषित करने व न्यूनतम वेतन 18 हजार रूपए करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रही हैं। आशा वर्करों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग की जा रही है। वहीं आशाओं का कहना है कि डिलीवरी के दौरान मिलने वाले 200 रुपये को चार सौ किया जाए। आशा वर्करों का कहना है कि परियोजनाओं का निजी करण बन्द किया जाए।

आशा वर्करों ने दिया है अल्टीमेटम
रोहतक की आशा वर्करों का कहना है कि 30 जनवरी को वे जेल भरो आंदोलन करेंगी और उनकी मांगे नहीं मानी गई तो भारत सरकार के पोलियों अभियान का वे बहिष्कार करेंगी। पानीपत में पिछले 11 दिन से आंदोलन कर रही आशा वर्करों ने आज सीटू के बैनर तले सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सीटू कार्यलय से चलकर जी टी रोड होते हुए आशा वर्कर सचिवालय के सामने पहुंची। उनका कहना है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।