42 वर्षों के बाद देवीलाल घराने को छोड़ बाहर आए अशोक अरोड़ा

9/16/2019 11:58:01 AM

नई दिल्ली: किसी जमाने में इनैलो के स्तम्भ रहे पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा द्वारा रविवार को कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही जहां कांग्रेस को हरियाणा में अशोक अरोड़ा के रूप में एक बड़ा पंजाबी चेहरा मिल गया है वहीं अरोड़ा ने 42 वर्षांे के लंबे सफर के बाद देवीलाल परिवार को छोड़कर एक नए राजनीतिक ‘घर’ में प्रवेश किया है। 

गौरतलब है कि अरोड़ा ने सियासी सफर पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौ.देवीलाल के साथ शुरू किया था और वह 1977 में उनके साथ जनता पार्टी में शामिल हुए थे तबसे लेकर अब तक चौ.देवीलाल या फिर ओमप्रकाश चौटाला द्वारा जिस भी पार्टी का गठन किया गया,अरोड़ा उस पार्टी के अग्रणी चेहरों में शामिल रहे। कारण साफ है कि उनकी गिनती देवीलाल व ओमप्रकाश चौटाला के अत्यंत विश्वासपात्रों में होती रही है। 

अशोक अरोड़ा यूं तो पार्टी संगठन में विभिन्न पदों पर रहे मगर इनैलो की प्रदेश इकाई की कमान करीब 15 वर्षांे तक उनके हाथों में रही। वह 2004 में इनैलो प्रदेशाध्यक्ष बने और लगातार 2019 तक इस पद पर रहे। अरोड़ा 1990,1996,2000 व 2009 में कुरुक्षेत्र से विधायक रहे और ओमप्रकाश चौटाला की सरकार में 2000 से 2005 तक हैवीवेट मिनिस्टर रहे। इसके अलावा वह विधानसभा अध्यक्ष भी रहे।

हाल ही में हुए संसदीय चुनाव में इनैलो की अत्यंत दयनीय स्थिति के बाद अरोड़ा ने नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा दे दिया था और जब इनैलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने पार्टी संगठन को पुनर्गठित किया तो अरोड़ा के स्थान पर बी.डी.ढालिया को पार्टी का नया प्रदेशाध्यक्ष बनाकर अरोड़ा को इनैलो का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया। 

प्रस्तुति: संजय अरोड़ा

Shivam