तंवर के पीछे पड़ा है विरोधी खेमा, सोशल मीडिया पर फैला दी इस्तीफे की खबर
3/23/2018 9:19:53 AM
अंबाला (ब्यूरो): कांग्रेस में कांग्रेसी ही अपने प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर के पीछे किस कदर हाथ धोकर पड़े हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया पर उनके इस्तीफे की खबर वायरल कर दी गई। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार दिन भर गर्म रहा। एक टी.वी. चैनल तक ने इस अफवाह को हवा देने का काम भी किया लेकिन बाद में उनको खबर का खंडन करना पड़ा।
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता व उनके समर्थकों को अशोक तंवर का अध्यक्ष पद पर बने रहना रास नहीं आ रहा। खासकर हुड्डा अशोक तंवर को जरा भी नहीं झेल पा रहे हैं। गत वर्ष अप्रैल माह में हुड्डा समर्थक कई नेताओं ने तो पार्टी हाईकमान को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर तंवर को अध्यक्ष पद से नहीं हटाया गया, तो वे पार्टी छोड़ने को बाध्य हो जाएंगे। उनकी इस चेतावनी का पार्टी हाईकमान पर कोई असर नहीं हुआ था। इस साल की शुरूआत में माना जा रहा था कि कांग्रेस प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन कर सकती है। हुड्डा समर्थकों की उम्मीदों पर उस समय पानी फिर गया, जब पार्टी हाईकमान ने तंवर का कार्यकाल बढ़ा दिया। इससे हुड्डा समर्थक काफी निराश हो गए, जबकि अशोक तंवर समर्थकों में नया उत्साह पैदा हो गया।
हुड्डा ने प्रदेश में अपनी स्थिति को मजबूत बनाने के लिए रथ यात्रा शुरू की, तो तंवर ने साइकिल यात्रा से पूरे प्रदेश में कांग्रेस को मजबूती देने का प्रयास किया। इस बीच दोनों ओर से एक-दूसरे पर शब्दबाण भी खूब चलाए गए। हाल ही में ए.आई.सी.सी. की ओर से कार्यकारिणी सदस्यों की एक सूची जारी की गई थी। इस सूची में संतुलन का अभाव रहने के कारण कांग्रेस के एक गुट के समर्थकों ने रोष जताना शुरू कर दिया था। इसके बाद हाईकमान को दूसरी सूची जारी करनी पड़ी थी। उस सूची पर दूसरा खेमा नाराज हो गया और बात राहुल गांधी तक पहुंच गई। कांग्रेस को आखिर दोनों सूचियों पर रोक लगानी पड़ी थी। कांग्रेस ने हाल ही में 3 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा लिया है। इन राज्यों में युवा अध्यक्ष बनाने की नीति के तहत पार्टी ने यह निर्णय लिया है।
ऐसा माना जा रहा है कि इसी बात का फायदा उठाते हुए विरोधी खेमे की ओर से सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल कर दी गई कि राहुल गांधी ने अशोक तंवर से इस्तीफा मांग लिया है। इस खबर के वायरल होने के बाद एक टी.वी. चैनल ने खबर ब्रेक कर दी। अशोक तंवर ने जब चैनल प्रबंधन से बात की, तो चैनल को अपनी ही खबर का खंडन करना पड़ा। यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि अशोक तंवर युवा हैं। उनके राहुल गांधी के साथ करीबी संबंध हैं। ऐसे में उन्हें बदलवाने का प्रयास करने वाले कांग्रेसियों को सफलता मिलती नजर नहीं आ रही। तंवर विरोधी खेमे की ओर से किए जा रहे प्रयासों की कोई परवाह किए बिना प्रदेश में कांग्रेस का जनाधार मजबूत करने में लगे हुए हैं।