आश्रम की जमीन को लेकर 2 पक्ष आमने-सामने, 12 फरवरी को होगी बैठक(Pics)

2/4/2017 4:16:18 PM

यमुनानगर(हरिंदर सिंह):यमुनानगर के हुडडा सैक्टर-17 स्थित मढ़ी आश्रम के महंत संत किंकर दास की मौत के बाद आश्रम की जमीन को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए है। ऐसे में जब जमीन को लेकर पहले ही मामला पुलिस के पास पहुंच गया था तो वही आज कुछ बाहरी महंतों ने आश्रम की जमीन पर हवन यज्ञ करना शुरू कर दिया। जिस पर दो पक्षों की तिखी बहस तो हुई लेकिन बीच में पुलिस के आने पर विवाद थम गया। हालांकि इस जमीन पर 12 फरवरी को पंचायत भी होनी है।

दरअसल इस जगह के महंत संत किंकर दास की मौत 28 जनवरी को हुई थी और महंत के शव को आश्रम में ही दफना दिया गया था। महंत के शव को जमीन में दफनाने के बाद से ही जमीन को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए हैं। एक पक्ष तो इस जमीन को दान करने की बात पर यह कह रहा है कि गांव के लोगों की मर्जी से ही नया महंत रखा जाएगा। जबकि एक पक्ष वह है जिसने बिहार से कुछ संतों को बुलाकर आश्रम में बिठा दिया है। इस मामले को लेकर दो दिन पहले भी हंगामा हुआ था और मंदिर की कमेटी के बीच ही कुछ साघु संतों को मंदिर में बिठा दिया गया। जबकि आज जब गांव के लोगों को इस बात का पता चला तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर हवन कर रहे साधुओं को कुछ भी ऐसा न करने की हिदायत दे दी कि जो मंदिर की जमीन से जुडा हुआ है। लेकिन इस बीच दूसरे पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंचे और जमीन को लेकर दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई। आरोप है कि गांव के जमीनदारों ने यह जमीन मंदिर के नाम दान पर दी थी लेकिन अब इस जमीन पर बाहरी लोग अपना हक जता रहा है जोकि गांव के लोग सहन नहीं करेंगे।

 

दो पक्षों में हो रही तिखी बहस की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और पुलिस ने साफ कर दिया कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को मंदिर परिसर में कुछ भी नहीं करने दिया जाएगा और ऐसे में पुलिस ने यह भी कहा कि जमीन को लेकर इन लोगो को 12 फरवरी को बैठक होनी है। गांव के लोग ही इस जमीन पर महंत रखेंगे और ऐसे में अगर बाहरी लोग दखल अंदाजी करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। हालांकि मामला 12 फरवरी तक टल गया है लेकिन कुछ लोग इस जमीन को अपने कब्जे में लेेने के लिए ही बाहरी साधु संतों का सहारा ले रहे हैं। फिल्हाल पुलिस ने भी आज के बाद 12 फरवरी तक आश्रम में हवन न करने की बात कही है। जबकि मंदिर में पूजा करने के लिए कोई भी आ सकता है और ऐसे में आश्रम में कोई तनाव पैदा न हो इसके लिए वहा पुलिस की भी तैनाती कर दी गई है।