एशिया की सबसे बेहतरीन ब्लू आर्ट पोर्टरी सजी सरस मेले में

12/14/2018 4:07:55 PM

कुरुक्षेत्र(रणदीप रोर): एशिया की सबसे बेहतरीन ब्लू आर्ट पोर्टरी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के सरस मेले में सज चुकी है। इस ब्लू आर्ट पोर्टरी का काम उतर प्रदेश बुलंदशहर के गांव खुर्जा में किया जाता है। इस गांव के घर-घर में ब्लू आर्ट पोर्टरी के बेहतरीन कारीगर है, इसलिए गांव खुर्जा को पूरे एशिया में ब्लू आर्ट पोर्टरी के नाम से भी जाना जाता है। इस ब्लू आर्ट पोर्टरी को पर्यटकों के लिए गांव खुर्जा की शिल्पकार रेखा रावत लेकर आई है।   



शिल्पकार रेखा रावत ने बातचीत करते हुए कहा कि बुलंद शहर के गांव खुर्जा के घर-घर ब्लू आर्ट पोर्टरी कार्य किया जा रहा है। इस वर्ष ब्लू आर्ट पोर्टरी को लेकर वह अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2018 में विशेष तौर पर पहुंची है।



उन्होंने बताया कि बाउल्स के ऊपर रंग-बिरंगे रंगों से हाथ के जरिए ब्लू आर्ट पोर्टरी से डिजाईन तैयार किए गए है। इस बाउल्स को माईक्रोवेव में भी रखा जा सकता है और माईक्रोवेव में बाउल्स और ब्लू आर्ट पोर्टरी पर कोई असर नहीं पड़ता है।



दिव्यांग शिल्पकार का कारपेट बना पर्यटकों की पंसद
 कला किसी की मोहताज नहीं होती सिर्फ जनून और शिद्दत के साथ काम करने की तमन्ना दिल में होनी चाहिए। इसी जनून के साथ दिव्यांग अकलिम अहमद अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 में पहुंचे है। इस शिल्पकार के हाथ से बने हुए एक बेहतरीन कारपेट की कीमत 35 हजार रुपए रखी गई है।



शिल्पकार अकलिम अहमद और उनके भाई नदीम अहमद यहां पिछले 10 सालों से आ रहे है। यहां की फिजा उन्हे बेहद पसंद है, प्रशासन के इंतजाम भी बेहतर स्तर के है। उतर प्रदेश के मूल निवासी होने के बावजूद पिछले 15-20 सालों से चंडीगढ़़ में रह रहे है और हाथों से कारपेट, दरिया, गलीचे, फुटमेट सहित अन्य समान तैयार कर रहे है।



तिल्ले से बनी पटियाला की वाटर प्रूफ जूती ने किया महिला पर्यटकों को आकर्षक
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 में शिल्पकार महिला पर्यटकों के लिए कुछ विशेष लेकर आए है। इस महोत्सव में तिल्ले से बनी पटियाला की वाटर प्रुफ जूती महिला पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है।



उन्होंने कहा कि तिल्ले की जूती के साथ-साथ बच्चों और महिलाओं के लिए भी तिल्ले से बनी जूतियां और बेहद आकर्षक जूते लेकर आए है। इस महोत्सव में पटियाला जूतियों के बहुत कद्रदान है। इसलिए पिछले 15 सालों से महोत्सव में पहुंच रहे है।



सैर सपाटा करना है तो पहुंचे ई-लर्निंग के स्टाल पर
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में अगर पर्यटकों का सरस और क्राफ्ट मेले में भी सैर सपाटा नहीं होता तो वह इस कमी को दूर करने के लिए क्राफ्ट मेले में एनआईसी और शिक्षा विभाग के सहयोग से लगाए गए ई-लर्निंग स्टाल पर पहुंच सकते है। यहां पर बच्चों का सैर सपाटा बिल्कुल नि:शुल्क करवाया जाता है।



इस सैर सपाटे में दुनिया की तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां देने के साथ-साथ डिस्कवरी चैनल को भी दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ई-लर्निंग में करीब 50 का स्टाफ बच्चों को शिक्षित और अलग-अलग विषयों पर जानकारी देने का काम कर रहा है और इस स्टाल पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में बच्चों की सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है।  



हरियाणा पंडाल में सुबह से शाम तक हरियाणवी नृत्य
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर स्थापित किया जा रहा हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन पंडाल पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र होगा। इस पंडाल में सुबह से शाम तक हरियाणवी संगीत की स्वर लहरियां गूंजेंगी। हरियाणा की रागनियों एवं लोक नृत्यों के अलग-अलग रंग व रूप इस पंडाल की विशेष आकर्षण का केन्द्र होंगे। इसके साथ ही हरियाणवी सांस्कृतिक शब्दावली के अर्थ बताने वाले पर्यटकों को 2-2 लड्डू भी इनाम में दिए जाएंगे। यह जानकारी पंडाल के प्रभारी डॉ. महासिंह पूनिया ने दी। 

 
 

Rakhi Yadav