विधानसभा बजट सत्र : फरीदाबाद, जींद व यमुनानगर में कैंसर बेकाबू

3/7/2018 1:39:07 PM

चंडीगढ़(ब्यूरो): पिछले 3 वर्षों में हरियाणा में कैंसर मरीजों की संख्या 12 हजार पार कर चुकी है। सबसे ज्यादा कैंसर प्रभावित क्षेत्र फरीदाबाद, जींद, रोहतक, फतेहाबाद व यमुनानगर हो गया है। पंजाब से सटे जींद और फतेहाबाद जिले में स्थिति बेकाबू हो गई है। अकेले जुलाना विधानसभा क्षेत्र में कैंसर के कारण 226 लोगों की मौत हो चुकी है। कैंसर मरीजों की बढ़ती तादाद से स्वास्थ्य महकमा भी चिंतित है लेकिन कैंसर की रोकथाम को लेकर खास प्रयास नहीं हो रहे हैं।

इनैलो विधायक परमिंद्र सिंह ढुल्ल के सवाल पर मंगलवार को हरियाणा विधानसभा में सरकार की ओर से पटल पर रखे गए कैंसर मरीजों के आंकड़े बेहद चौकाने वाले निकले। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की ओर से दिए गए जिला वार आंकड़ों में वर्ष 2017 में सबसे ज्यादा मरीज फरीदाबाद में 771 व यमुनानगर में 501 सामने आए हैं।

जबकि जींद में 440, रोहतक में 354, फतेहाबाद में 325, पानीपत में 286, सोनीपत में 262, नारनौल में 217, कैथल में 188, अम्बाला में 168, रेवाड़ी में 197, कैथल में 188, गुरुग्राम में 139 और सिरसा में 175 मामले सामने आए हैं। 

मसलन वर्ष 2017 में मरीजों का आंकड़ा 4592 पहुंचा है जबकि वर्ष 2016 में 3782 तथा वर्ष 2015 में 3380 मरीज पाए गए हैं। वहीं, वर्ष 2018 के जनवरी महीने में 337 मरीज सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2016 में सबसे ज्यादा 532 मरीज यमुनानगर में तथा 454 मरीज जींद में आए थे।  

वहीं, वर्ष 2015 में कुल 3380 कैंसर के मरीजों का पता चला था जिसमें सबसे ज्यादा संख्या रोहतक में 391 तथा जींद में 367 थी जबकि सोनीपत में 336, यमुनानगर में 300, सिरसा में 263, फतेहाबाद में 264, झज्जर में 197, कुरुक्षेत्र में 155, फरीदाबाद में 103 तथा रेवाड़ी में 155 लोगों में कैंसर होने की पुष्टि हुई।

कैंसर की रोकथाम के लिए हो रहे गम्भीर प्रयास : विज
पिछले 3 वर्षों में कैंसर मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। भविष्य में उन जिलों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है जहां पर मरीजों की संख्या बढ़ रही है। विज ने माना कि कैंसर होने की वजह का पता लगाना जरूरी है और स्वास्थ्य विभाग इस मामले में गम्भीर कदम उठा रहा है।