यूनियन बैंक की असिस्टेंट मैनेजर ने फांसी लगा की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा- सीनियर्स कर रहे थे प्रताड़ित

3/9/2020 10:13:57 PM

चंडीगढ़: अपने सीनियर्स द्वारा प्रताडि़त किए जाने के चलते यूनियन बैंक की असिस्टेंड मैनेजर द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। 32 वर्षीय असिस्टेंट मैनेजर नीलिमा ठाकुर ने अपने घर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। नीलिमा यूनियन बैंक सेक्टर-17 के रीजनल ऑफिस में तैनात थी। मौके से नीलिमा की एक पर्सनल डायरी भी मिली है, डायरी में रिश्वतखोरी की शिकायत करने पर सीनियर्स द्वारा परेशान करने की बात भी लिखी गई है।

पुलिस में दी शिकायत में प्रकाश ने बताया कि डायरी में नीलिमा ने साथ काम करने वाले बैंक अधिकारी रामानंद, नरेश गुप्ता, पंकज, विवेक, अशोक शर्मा, रावत साहित और तीन महिला कर्मियों के नाम लिखे हैं। सभी यूनियन बैंक के रीजनल ऑफिस के सरल विभाग में तैनात हैं। प्रकाश ने इन पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज करने के लिए शिकायत दी है। 

डायरी में लिखी ये बातें
सुसाइड करने से पहले नीलिमा ने एक डायरी में लिखा है कि मैं सच्ची थी, पर इन्होंने इतना परेशान किया कि मैं मरने को मजबूर हो गई। प्लीज, आप इन कर्मियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाना। पता चल जाएगा कितनी करप्शन की है इन लोगों ने। इनको सजा जरूर दिलवाना, सच सामने आना ही चाहिए। 

बैंक अधिकारियों पर लगाए रिश्वतखोरी के आरोप
मृतका के पति ने बताया कि प्रधानमंत्री की योजनाओं के तहत दिए जाने वाले लोन पास करने के लिए 40 से 50 हजार की रिश्वत ली जाती है। इसकी शिकायत की गई लेकिन अधिकारी मामले को दबा देती है। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी ने सिर्फ रिश्वतखोरी के खिलाफ आवाज उठाई थी। उसे बैंक अधिकारियों ने प्रताडि़त किया, बदनाम तक करना चाहा।

मरने से पहले पति को व्हाट्सएप पर किया था मैसेज
मरने से पहले नीलिमा ने डायरी के अलावा अपने पति को वॉटसएप मैसेज भी भेजे। एक ही मांग कि इन कर्मियों के खिलाफ एक्शन हो और इनका लाई डिटेक्टर टेस्ट हो। नीलिमा यूनियन बैंक की मनीमाजरा शाखा में करीब ढाई साल तैनात रहीं। जब उसने शिकायत की तो तबादला बैंक के रीजनल ऑफिस में सरल विभाग में कर दिया गया। पति के मुताबिक लगातार उसे परेशान किया जाता रहा। इसके बाद नीलिमा का तबादला सरल विभाग से पीएनआर यानी पर्सनल विभाग में कर दिया गया। 

Shivam