किसानों के सच्चे हितैषी थे अटल जी: ओपी धनखड़

8/16/2018 7:18:28 PM

चंडीगढ़(धरणी):  देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सच्चे किसान हितैषी थे और उन्होंने अपने कार्यकाल में इसे चरितार्थ भी किया। हरियाणा के कृषि एवं पंचायत विकास मंत्री ओपी धनखड ने वाजपेयी जी के निधन को अपूर्णीय क्षति बताते हुए कहा कि वे एक युग दृष्टि राजनीतिज्ञ और सच्चे किसान हितैषी थे। यहां एक विशेष बयान में  उन्होंने कहा कि भारत के किसान का ब्याज का बोझ कम करने श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को जाता है। धनखड़ ने उनके साथ सांझा किए पलों को याद करते हुए कहा कि मुझे उनके प्रधानमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री निवास पर मंच संचालन का मौका मिला था जिसे वे कभी भुला नहीं पाएंगे। 

उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना बोर्ड भी सदैव उनकी याद कराते रहेंगे। गांव की सड़कों के लिये पैसे देने वाले वो भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। स्वतंत्रता के लिए देश के वीरों के योगदान और देश की आजादी के बाद देश की सुरक्षा के लिए वीरों को बलिदान कभी नहीं भुलाया जा सकता। धनखड़ ने कहा कि वाजपेयी जी की सरकार के दौरान कारगिल युद्ध हुआ था। उस समय सरकार द्वारा कारगिल युद्ध के समय जवानों को दिये सम्मान व परिवारों को दी सहायता को कौन भुला सकता है।  

सब रसों के वक्ता भी थे वाजपेयी 
धनखड़ ने कहा कि उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल वाजपेयी वाजपेयी के प्रधानमंत्री काल में वेंकैया नायडू जी की अध्यक्षता में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव के रूप में कार्य करने का मौका मिला। इसलिए उन्हें निकट से सुनने का कई बार अवसर मिला। धनखड़ ने कहा कि मेरे अब तक के जीवन काल के वो सर्वश्रेष्ठ वक़्ता थे। उनके भाषण मे कविता के समान ही सब रस होते थे। हर कविता एक नए अर्थ और भाव के साथ बांधती थी। हास्य, करूण, वीरता की उनकी कविताएं उल्लेखनीय हैं। 

सत्य कभी एक तरफा नही होता 
उनकी सबसे बड़ी खूबी यही थी कि वह जीवन के इस सत्य को बख़ूबी जानते थे। सत्य कभी एक तरफा नही होता। उनके सामने जो भी पक्ष रखते वो उसका दूसरा पक्ष सहजता से सामने रख देते थे। किस्सा जबका है जब चौटाला जी की सरकार बनी हम हरियाणा भाजपा टीम, कुछ तकलीफे बताने प्रधानमंत्री कार्यालय गये। उन्होंने सहजता से कहा जिन राज्यों मे  भाजपा शासित सरकारें है। वहां के अन्य दल आप जैसी ही शिकायतें लेकर आते हैं । 

हँसते-हँसते सब कहने का कौशल 
धनखड़ ने कहा कि वाजपेयी जी में हंसते हुए सब कुछ कह देने का अनूठा कौशल था। बंसीलाल जी की सरकार से समर्थन वापिस लेने के बाद हम प्रधानमंत्री जी के निवास पर मिलने गये।  

 


   
 
 


 

Rakhi Yadav