साइबर सुरक्षा में चूक से कैशलैस मुहिम को धक्का, ATM नंबर और OTP जानकर ठगे जा रहे लोग

12/14/2019 11:06:55 AM

रोहतक(किन्हा): जिले भर में पिछले कुछ माह में ए.टी.एम. कार्ड से धोखाधड़ी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हर दूसरे दिन ए.टी.एम. कार्ड से धोखाधड़ी का एक नया मामला सामने आ रहा है, पर इन सभी मामलों में पुलिस ज्यादातर कुछ कर नहीं पाती है या पुलिस यह मान लेती है कि इस मामले में हम बहुत ज्यादा कर नहीं सकते इसलिए वह महज मामला दर्ज कर इसे छोड़ देती है। ऐसे मामलों खुलासा करने में साइबर सैल और ए.टी.एम. फ्राड इन्वैस्टीगेशन टीम भी नाकाम साबित हुई है। हालांकि साइबर ठगी के कुछ अपराधियों को पुलिस ने सलाखों की हवा जरूर खिलाई है।

झांसे में लेकर बनाते हैं शिकार 
आरोपी स्वयं को अधिकृत बैंक या अन्य किसी संस्था का सदस्य प्रतिनिधि बताकर खाताधारक को बातों में लगाकर अपने झांसे में ले लेते हैं। पासवर्ड व खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी मिलने के कुछ ही देर में ठगी की वारदात को अंजाम दे देते हैं। इन ठगों के जाल में ग्रामीणों से लेकर पढ़े-लिखे शहरी लोग तक फंस रहे हैं।

फीसदी पढ़े-लिखे लोग हो रहे शिकार
हैरानी की बात तो यह है कि पुलिस के मुताबिक ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार हुए लोगों में 75 फीसदी पढ़े-लिखे लोग हैं। आरोपी फोन कर ए.टी.एम., क्रैडिट कार्ड, आधार कार्ड जोडऩे समेत अन्य प्रकार के ऑफर देने के नाम पर खाते की जानकारी लेकर खाते साफ कर देते हैं। 

लूटने वाली फर्जी कॉल
लोगों को मोबाइल पर अक्सर फर्जी कॉल आती हैं। फर्जी कॉल करने वाला खुद को रिजर्व बैंक या राष्ट्रीयकृत बैंक का प्रतिनिधि बताता है। बैंक खाते के बारे में पूछताछ करने के बाद ए.टी.एम. नंबर व पासवर्ड भी पूछ लेता है। लोग गलती से ए.टी.एम. व पासवर्ड की जानकारी सांझा कर लेते हैं और चंद मिनटों में ही बैंक खाते से रकम कम हो जाती है। इस पर बैंक ए.टी.एम. संबंधी जानकारी सांझा नहीं करने की सलाह भी देते हैं।

Edited By

vinod kumar