ट्रैक्टर रैली हुई झड़प के बाद सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन को भड़काने की कोशिश

1/30/2021 9:35:13 AM

अम्बाला शहर : 3 कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई ङ्क्षहसक झड़प के बाद अब किसान आंदोलन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। 30 जनवरी को सरकार से गुस्साए किसानों द्वारा अनशन करने का फैसला किया गया है।  वहीं सोशल मीडिया में इस आंदोलन को लेकर वायरल की जा रही फोटो और वीडियो के जरिए भी आंदोलन को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है। सोशल मीडिया में इस तरह की अफवाहों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने शुक्रवार को अम्बाला सहित अन्य कई जिलों में 24 घंटे यानी शनिवार शाम 5 बजे तक इंटरनैट सेवाएं बंद कर दी हैं। वहीं इंटरनैट बंद होने के कारण आमजन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

गौरतलब है कि 3 कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली की चारों सीमाओं पर विभिन्न रा'यों के हजारों किसानों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सरकार से कई दौर की वार्ता होने के बाद भी किसानों द्वारा आंदोलन को खत्म नहीं किया गया है। 

सरकारी पत्र में दिया किसानों के वीडियो वायरल का हवाला 
दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन हुई झड़पों के बाद सोशल मीडिया में किसानों को लेकर अलग-अलग तरह की वीडियो वायरल हो रही हैं। सरकार की ओर से शुक्रवार शाम 5 से शनिवार शाम 5 बजे तक 24 घंटे के लिए अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा में इंटरनैट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इसको लेकर बाकायदा अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग राजीव अरोड़ा के नाम से पत्र भी जारी किया गया। इस पत्र में हवाला दिया गया है कि सरकार को सी.आई.डी. व अन्य गुप्त विभागों द्वारा सूचना मिली है कि किसान आंदोलन को भड़काने के लिए कुछ फर्जी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही हैं, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है और सरकारी सम्पत्तियों को नुक्सान पहुंचाया जा सकता है। इसी कारण इन सभी जिलों में इंटरनैट सेवाएं बंद की जा रही हैं। 

शंभू बैरियर पर किसानों से किया दिल्ली जाने का आह्वान
दिल्ली में पुलिस व किसानों के बीच हुई ङ्क्षहसक झड़पों के बाद प्रदेश के कई टोल प्लाजा पर किसानों द्वारा दिए जा रहे धरना-प्रदर्शनों को खत्म कर दिया गया है। हालांकि, इसी कड़ी में वीरवार को अम्बाला-पंजाब सीमा पर शंभू बैरियर टोल प्लाजा को भी कुछ देर के लिए संबंधित कम्पनी द्वारा शुरू कर दिया गया था, जिससे गाडिय़ों के फास्टटैग के जरिए खाते से रुपए कटने शुरू हो गए थे, लेकिन जैसे ही इसकी खबर किसानों को मिली तो उन्होंने टोल पर पहुंचे कर्मियों को वहां से खदेड़कर टोल बंद करवा दिया।  वहीं शुक्रवार को भी काफी संख्या में किसान टोल प्लाजा पर चल रहे आंदोलन में हिस्सा लेने पहुंचे। इस दौरान बाकायदा वहां मौजूद किसान नेताओं ने किसानों से 'यादा से 'यादा संख्या में दिल्ली जाने का आह्वान किया। किसान नेताओं ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार इन तीनों कानूनों को वापस नहीं लेगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। 

Isha