विकास के नाम पर पेड़ों पर चली कुल्हाड़ी, काटे गए सैकड़ों हरे-भरे वृक्ष

6/12/2020 7:48:27 AM

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : हरियाणा के यमुनानगर के जिला सचिवालय प्रांगण में खड़े सैकड़ों युवा पेड़ों को बिल्डिंग बनाने के नाम पर काट डाला गया। बताया जा रहा है कि जिस जगह पेड़ लगे थे अब वहां ईवीएम रखने के लिए गोदाम बनाया जाएगा। अभी हाल ही में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया जिसमें सरकार ने पेड़ों को लगाने की कई घोषणाएं की। लेकिन अब भवन बनाने के नाम पर कई बड़े-बड़े पेड़ों को काट डाला गया जो न्याय संगत नहीं लगता। सरकार व प्रशासन को इसके लिए कोई और तरीका व रास्ता अपनाना चाहिए था।


यमुनानगर जिला सचिवालय के विभिन्न इलाकों की शोभा बढ़ा रहे सैकड़ों पेड़ों को पिछले दो दिनों में काट डाला गया है। अभी कुछ बचे हुए पेड़ हैं उन्हें भी काटा जा रहा है। इनमें कई पेड़ ऐसे थे जो ना सिर्फ लोगों को छांव देते थे बल्कि उनमें लगे फल व फूल लोगों को  लुभाते थे। जिला सचिवालय की शान समझे जा रहे जाने वाले इन पेड़ों को इसलिए काट डाला गया क्योंकि यहां ईवीएम मशीनों को रखने का गोदाम बनाया जाना है।

पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि इन पेड़ों को काटा जाना निंदनीय है। लोगों को ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए सरकार प्रेरित करती है लेकिन यहां सरकार ने हीं पेड़ों को काट डाला, वह भी उन पेड़ों को जो युवावस्था में थे अभी कई साल और जिन की हरियाली और छांव में लोगों ने बैठना था। स्थानीय लोगों का कहना है कि विकास होना अच्छी बात है लेकिन विकास के नाम पर हरे भरे पेड़ों को काटना बहुत गलत है।


वहीं पीडब्ल्यूडी  के कार्यकारी अभियंता ऋषि सचदेवा का कहना है कि जब लघु सचिवालय का निर्माण हुआ था उस समय कई तरह के प्रोजेक्ट बनाने प्रस्तावित थे और उसी लिए अधिक जमीन अधिग्रहण की गई थी। यह अन्य भवन समय-समय पर बनाए जाते रहे हैं उन्हीं में एक प्रोजेक्ट  ईवीएम मशीनों के गोदाम बनाने का है। जहां यह गोदाम बनाया जाना है वहां लगे पेड़ों को फॉरेस्ट विभाग की अनुमति से कटवाया गया है। वही इसी प्रांगण के जुडिशयल कंपलेक्स क्षेत्र में एडीआर भवन का निर्माण होना है वहां भी पेड़ों को काटा गया है।

Edited By

Manisha rana