बाबा जिंदा डेरे के महंत पर हमले की साजिश, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा

4/21/2018 12:15:49 PM

सोनीपत: नाथ सम्प्रदाय के प्रतिष्ठित बाबा जिंदा डेरे मोई माजरी के महंत बाबा बालक नाथ पर आपराधिक गिरोह के सदस्यों द्वारा हमले की साजिश रचने का मामला सामने आया है। इसे लेकर पुलिस को इनपुट मिले हैं जिसके बाद पुलिस ने यहां सुरक्षा बढ़ा दी है। उल्लेखनीय है कि सोनीपत जिले के गांव मोई माजरी में अस्थल बोहर मठ से जुड़ा हुआ नाथ सम्प्रदाय का प्रतिष्ठित डेरा बाबा जिंदा मठ है। डेरे पर बाबा बालकनाथ गद्दीनशीन हैं। वे यहां लंबे समय से हैं और डेरे को आधुनिक रूप देने तथा डेरे की सम्पत्ति को कब्जा मुक्त कर इसे ट्रस्ट में तबदील करने जैसे बड़े फैसले इनके समय में लिए गए हैं। इसी सम्पत्ति को लेकर कई शरारती तत्व यहां कब्जा जमाने की फिराक में हैं। इसे लेकर गांव के भी कुछ लोग बीच-बीच में इन शरारती तत्वों की मदद करते रहे हैं।

देर रात पुलिस पहुंची डेरे में
वीरवार देर रात को अचानक पुलिस बल डेरे पर पहुंचा और बाबा बालकनाथ से मुलाकात की। पुलिस के साथ-साथ डी.एस.पी. गन्नौर तथा सी.आई.ए. की टीम ने भी यहां का दौरा किया। बाबा बालकनाथ को पुलिस ने बताया है कि उन पर हमले की साजिश रची जा रही है इसलिए सावधानी बरतें और साथ में पुलिस ने उन्हें सुरक्षा भी प्रदान कर दी। इस पर महंत का कहना है कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि कोई इस तरह का षड्यंत्र भी उनके बारे में रच सकता है।

सुरक्षा की दृष्टि से उठाया कदम
गन्नौर थाना प्रभारी देवेंद्र शर्मा का कहना है कि हमले जैसी कोई बात नहीं है। पुलिस को कुछ इनपुट मिले हैं। इसे देखते हुए महंत बाबा बालक नाथ की सुरक्षा कड़ी की गई है ताकि कोई शरारती तत्व उनको नुक्सान न पहुंचा सके।

2 महंतों सहित 6 लोगों की हो चुकी है हत्या
नाथ सम्प्रदाय के इस मठ पर कब्जा करने की नियत से पहले भी हमले होते रहे हैं। इतना ही नहीं, 2 महंतों सहित 6 लोगों की हत्या यहां हो चुकी है। इसे देखते हुए पुलिस सावधानी बरत रही है। इससे पहले 1962 में बाबा जिंदा नाथ डेरे में सो रहे गुरु धनपत नाथ और उनके शिष्य छत्तर नाथ को बदमाशों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। यह केस आज तक अनट्रेस है। वर्ष 1995 में डेरे में रात को महंत राजूनाथ, डेरे के एक सेवक, डेरे में मुरम्मत के काम में लगे 2 राज मिस्त्रियों पर हमलावरों ने धारधार हथियारों से हमला बोला था जिसमें महंत राजू नाथ की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि 3 अन्य ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।

Nisha Bhardwaj