बिजली निगम में करोड़ों का घोटाला करने वाले ठेकेदार की जमानत खारिज, गिरफ्तारी के प्रयास हुए तेज

8/14/2020 1:10:52 PM

यमुनानगर(सुरेंद्र मेहता): यमुनानगर के बिजली निगम के कस्ट्रक्शन विभाग में हुआ 6.9 करोड़ के घोटाले के आरोपी ठेकेदार की अग्रिम जमानत याचिका सेशन कोर्ट से नामंजूर होने के बाद ठेकेदार ने अब हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई है। वहीं यमुनानगर पुलिस ने ठेकेदार की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। 

जानकारी के अनुसार बिजली निगम के यमुनानगर कस्ट्रक्शन विभाग के एसडीओ ने एफआईआर दर्ज करवाई थी जिसमें कहा गया है कि तय समय में एल्युमिनियम कंडक्टर व एबी केबल लगाने का कार्य पूरा न करने के बावजूद भी फर्म को भुगतान कर दिया गया। करीब 6.9 करोड़ रुपये का गोलमाल किया गया। पुलिस में दर्ज शिकायत के बाद इस मामले की जांच डीएसपी मुख्यालय शमशेर सिंह को सौंपी गई है। डीएसपी ने कहा कि इस मामले में अरविंद्रा कंपनी को 2014 में 13 करोड का ठेका बिजली निगम ने दिया था। जिसमें से निगम अधिकारियों की मिलीभगत से कंपनी को 10 करोड़ का भुगतान कर दिया गया जबकि मौके पर लगभग साढ़े4 करोड़ का काम हुआ सामने आया है।

उन्होंने कहा कि इस तरह 6.9 करोड़ से ज्यादा की राशि संबंधित ठेकेदार ने बिजली निगम से ली गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कमेटी गठित हुई थी एक्सईएन की, जिसकी रिपोर्ट उन्हें प्राप्त हुई है। साथ ही कुछ और रिपोर्ट भी अभी उन्होंने प्राप्त करनी है। डीएसपी ने बताया कि आरोपी कुलबीर साहनी ठेकेदार ने यमुनानगर सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी थी जो नामंजूर हो गई है और अब ठेकेदार द्वारा हाईकोर्ट में अर्जी लगाई गई है।बिजली निगम से हुए इस घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे नजर आने लगा है कि इसमें बिजली निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की भी भूमिका रही है ।डीएसपी द्वारा की जा रही जांच में अभी और कई खुलासे होने हैं ।वही इस मामले के आरोपी ठेकेदार द्वारा हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए लगाई गई याचिका पर भी पुलिस की निगाहें लगी हुई है।

 

Isha