गूगल पे करते है इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान, अब इस तरीके से किया जा रहा FRAUD

1/21/2021 4:46:14 PM

यमुनानगर(सुमित): आप भी यदि ऑनलाइन वॉलेट इस्तेमाल करते है तो सावधान  हो जाइये क्योंकि इसके जरिये कब आपके साथ फ्रॉड हो जाये और एक ही झटके में आपकी मेहनत के कमाए पैसे आपके बैंक एकाउंट से हो जाएंगे साफ , इसका आपको पता भी नहीं चलेगा। ताजा मामला यमुनानगर में सामने आया है जहां गूगल पेय  पर 88 हज़ार रुपए खाते से निकाल फ्रॉड किया गया। फ्रॉड करने वाले ने फोन कर खुद को आर्मी से बताया। इस मामले में शिकायत मिलते ही थाना शहर पुलिस ने धारा 420 और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

यमुनानगर के चांदपुर बाइपास के नजदीक कांबोज कार श्रृंगार के संचालक अलाहर निवासी प्रदीप से गूगल पे के माध्यम से 88 हजार रुपए का फ्रॉड हो गया।  एक अज्ञात व्यक्ति ने खुद को फोन पर आर्मी से बताकर कार की सीट कवर लगवाने के लिए 4700 रुपए की ई-पेमेंट की बात कहकर पहले गुगल पेय पर पहले पांच रुपए डाले। कुछ देर बार जांचने पर खाते से 88 हजार कम थे। इसकी शिकायत थाना शहर यमुनानगर पुलिस को दी। जिस पर अज्ञात पर आईपीसी की धारा-420 और आईटीएक्ट के तहत केस दर्ज जांच शुरू कर दी।  गांव अलाहर निवासी प्रदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि यमुनानगर में बाइपास समीप पेट्रोल पंप के साथ कांबोज कार श्रृंगार के नाम से दुकान है। उसने बताया कि मोबाइल पर अलग-अलग 2 नंबरों से फोन आए। कॉल पर दूसरी ओर से बोल रहे व्यक्ति ने खुद को आर्मी से बताते हुए अपना नाम साहिल बताया। उसने कहा कि कार की सीट कवर डलवानी हैं और इसकी पेमेंट गुगल एप के जरिए भेज रहा हूं। तब गुगल-पेय एप खोली तो पांच रुपए आए थे। कुछ देर बाद गुगल पेय एप पर रकम जांची तो 88 हजार रुपए कम थे। जिन दो नंबरों से कॉल आई, उन्हीं फोन कॉल्स के ज़रिए पहले उसे विश्वास में लिया गया । खुद से हुए फ्रॉड का पता चलते ही उसने थाना शहर पुलिस को शिकायत दी।

सिटी एसएचओ सुखबीर सिंह ने बताया कि उन्हें एक शिकायत प्राप्त हुई।गूगल पेय पर फ्रॉड किया गया है उस शिकायत पर धारा 420 और आईटीएक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, साथ ही एसएचओ सिटी सुखबीर सिंह ने ने कहा कि किसी लालच में न फंसे। अगर आपको किसी बैंक या किसी फोन वॉलेट से फोन आता है, तो उस पर भरोसा न करें , बल्कि खुद बैंक में फोन करके पता करें। किसी भी लिंक को न खोले क्योंकि इन्ही लिंक्स के ज़रिए हैकर्स फ्रॉड कर रहे है । किसी को भी अनजान को ऑनलाइन लेनदेन के समय आने वाला ओटीपी न दे।इस तरह के मामले बढ़ते जा रहे है ।इसीलिए ऑनलाइन लेनदेन करते हुए काफी सतर्क रहने की जरूरत है । अगर सभी सावधानी बरतें और सतर्कता रखे तो इस तरह के ऑनलाइन फ्रॉड से बचा जा सकता है।समय समय पर हमारी पुलिस की टीम भी खुद और मीडिया के माध्यम से लोगो को जागरूक करती है और ऐसे में सबको और सतर्क होना चाहिए।

Isha