हिसार की रिपोर्ट में खुलासा, मेवात की बिरयानी में नहीं था गोमांस

5/3/2017 9:48:20 AM

मेवात:मेवात जिले के बाजारों में खुलेआम बिकने वाली बिरयानी में पाए जाने वाले बीफ पर बड़ा खुलासा हुआ है। लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरिनरी एंड एनिमल साइंसेज हिसार की रिपोर्ट में इसका खुलासा करते हुए कहा कि बिरयानी में गोमांस नहीं बीफ परोसा जा रहा है। 24 अगस्त 2016 को फिरोजपुर झिरका के वेटरिनरी सर्जन डॉ. अमर सिंह सोलंकी ने यूनिवर्सिटी के वेटरिनरी पब्लिक हेल्थ एंड एपिडेमियोलॉजी विभाग को जांच के लिए भेजा था। इसमें मांग की गई थी मांस के टुकड़ों की नस्ल बताई जाए। जांच भी इसी को ध्यान में रखकर की गई कि बिरयानी से एकत्रित नमूने पशुओं और भैंसे की नस्ल के तो नहीं हैं। 

जांच रिपोर्ट में यह साफ किया है कि सभी सातों सैंपल पशुओं की नस्ल के हैं। इसमें आगामी कार्रवाई वेटरिनरी सर्जन को ही करनी है। यूनिवर्सिटी ने तो अपनी रिपोर्ट समय पर भेज दी, लेकिन पीपुल्स फार एनिमल की हरियाणा इकाई के आजीवन चेयरमैन और हरियाणा स्काउट एवं गाइड के आयुक्त नरेश कादयान का आरोप है कि फिरोजपुर झिरका के वेटरिनरी डॉक्टर ने इसे दबाए रखा। जांच रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने सातों बिरयानी विक्रेताओं पर बीफ परोसने का मामला दर्ज कराना चाहिए था। कादयान ने सातों विक्रेताओं और वेटरिनरी सर्जन पर प्रीवेंशन ऑफ क्रुएलिटी टू एनिमल एक्ट 1960 व हरियाणा गोवंश संरक्षण एवं गो संवर्धन एक्ट 2015 के तहत एफ.आई.आर. दर्ज करने की मांग की है।

जांच रिपोर्ट मिलने पर दर्ज होगी FIR:रतन लाल
फिरोजपुर झिरका थाने के एस.एच.ओ. रतन लाल सिंह ने बताया कि बीते वर्ष सैंपल लेकर जांच को भेजे थे। अभी उनके पास हिसार यूनिवर्सिटी से रिपोर्ट की मूल कॉपी नहीं आई है। नरेश कादयान ने फोटो कॉपी दी है। मूल प्रति आने पर एफ.आई.आर. दर्ज की जाएगी।