डेरे का सच, गुरमीत के महल में बनी बेसमैंट को बोला जाता था गुफा

9/11/2017 11:29:04 AM

सिरसा (भारद्वाज):मामला चाहे यौन शोषण का खुलासा करने वाली 2 साध्वियों का हो अथवा बाबा की चहेती हनीप्रीत का हर किसी का जुड़ाव गुरमीत सिंह की गुफा से रहा है। यानि जिन साध्वियों की शिकायत पर डेरा प्रमुख को 20 साल की सजा हुई, उन्होंने भी यही दोहराया कि गुरमीत ने अपनी गुफा में ही उनके साथ ऐसा कृत्य किया। इसके अलावा डेरे के पूर्व साधुओं ने भी हनीप्रीत व अन्य साध्वियों को लेकर जो खुलासे किए, उनमें भी गुफा को ही केंद्र बिंदु ठहराया गया। वहीं, बाबा की गुफा से साध्वियों के आश्रम तक रास्ता निकलता है, यह भी चर्चा का विषय बना रहा। सर्च ऑप्रेशन के तीसरे दिन पंजाब केसरी के पास ऐसा सच सामने आया है जिससे न केवल डेरे की गुफा को लेकर फैली भ्रांतियां हवा होती दिखी, अपितु आखिर गुफा है कैसी, इसका भी भान हो गया है।

डेरे की गुफा वास्तव में कैसी है, इसका भेद हाईकोर्ट के आदेश पर डेरे में चल रहे सर्च आप्रेशन में सामने आया। सही मायने में डेरे में कोई गुफा नहीं है अपितु गुरमीत के महल में एक बेसमैंट है जिसे भक्त पुराने वक्त से ही गुफा का नाम देते आए हैं। दरअसल, गुरमीत के शाही महल को एक बेसमैंट के ऊपर बनाया हुआ है। वह अलग बात है कि यह बेसमैंट अन्य घरों में बनी बेसमैंट की तरह न होकर एक आलीशान आरामगाह के रूप में है। यहां विशाल बैड और शानदार सोफा सैट है। इसके अलावा यहां एक डायङ्क्षनग टेबल और रोशनी के लिए 5 बड़े-बड़े झूमर लगे हैं जिनकी कीमत लाखों में है। इसके अलावा बेशकीमती सामान सजावट के लिए रखा है लेकिन गुफा नहीं है बल्कि बाबा के महल के नीचे बनी बेसमैंट को ही गुफा का नाम दिया गया है।

इसलिए लगती है गुफा
जांच दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की टीम में गुफा को खंगालने पहुंचे एक अधिकारी ने बताया कि गुफा यानि महल के नीचे बनी बेसमैंट साधारण नहीं है। करीब 12 एकड़ एरिया में से 5 एकड़ में लॉन बना है। बाऊंड्री वॉल की 35-40 फुट ऊंचाई है। हर बाऊंड्री वाल अन्य बाऊंड्री वाल से काफी मोटी है, हालांकि अभी इसकी पैमाइश नहीं की गई। इसके अलावा महल के नीचे बनी बेसमैंट में जाने के लिए जमीन से 9 फुट ऊंचा एक रैम्प बना है। इस पर चढऩे के बाद बेसमैंट में एंट्री होती है और इस बेसमैंट के ऊपर कमरे बने हैं। जमीन से रैम्प पर चढऩे व फिर गहराई में जाने से यह बेसमैंट गुफानुमा लगती है।