ATM ठगों से रहे सावधान, सहायता करने के बहाने शातिर दे रहे हैं धोखा

1/13/2020 2:18:37 PM

शाहाबाद मारकंडा (रणजीत) : क्या हुआ भाईसाहब, आप ए.टी.एम. से परेशान क्यों हैं। क्या मैं आपकी कोई मदद कर सकता हूं। ये बातें सुनकर आप हो जाइए होशियार। चूंकि वो आपकी मदद नहीं बल्कि इस मदद के बहाने आपको अपना शिकार बना सकता है। यदि आप किसी को भी नहीं जानते तो भूलकर भी अनजाने हाथों में अपना ए.टी.एम. कार्ड न थमाएं। शहरों में आजकल कुछ गिरोह सक्रिय होते जा रहे हैं जो अक्सर ए.टी.एम. कक्ष के इर्द-गिर्द मंडराते रहते हैं और मौका मिलते ही किसी न किसी को अपना शिकार बना लेते हैं।

शहर में विभिन्न बैंकों द्वारा बहुत से ए.टी.एम. हैं जो शहर में अलग-अलग स्थानों पर स्थापित हैं। शातिर गिरोह के लोग इन्हीं ए.टी.एम. कक्षों के आसपास मंडराते रहते हैं। जैसे ही कोई साधारण दिखने वाला व्यक्ति ए.टी.एम. कक्ष में प्रवेश करता है तो बड़े ही शातिराना अंदाज से इन गिरोह के लोग भी ए.टी.एम. में आते है, अपना चेहरा इस कद्र रखते हैं ताकि सी.सी.टी.वी. कैमरे में वे संदिग्ध न लगे और न ही उनकी पहचान सही ढंग से आ पाए।

2 या इससे अधिक लोग आपस में बातें करते हुए प्रवेश करते हैं और टारगेट की तरफ ध्यान देते हैं कि वह क्या कर रहा है। जैसे ही व्यक्ति को थोड़ी दिक्कत आती है तो वह उसे बातों में लगा लेते हैं। पैसा लेने आया व्यक्ति भी बातों  में आकर भरोसा कर बैठता है और अपना ए.टी.एम. कार्ड उन लोगों के हाथ में थमा बैठता है। कुछ बहानेबाजी के बाद ये लोग नकली कार्ड उसे पकड़ा देते हैं और कहते हैं कि इस ए.टी.एम. में पैसे नहीं हैं। उसके बाद संबंधित कार्ड को उसके द्वारा बताए पासवर्ड के जरिए पैसे निकालकर फरार हो जाते हैं।

यह गिरोह वारदात को अंजाम देने के लिए सबसे पहले टारगेट को सर्च करते हैं और फिर मदद के बहाने उससे उसके पासवर्ड की जानकारी जुटा लेते हैं और फिर उसके खाते से पैसे निकाल लेते हैं। शहर में बहुत से ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें हैल्प के बहाने उनके खाते से पैसे निकाले जा चुके हैं। हालांकि यह गिरोह पुलिस की पकड़ में कभी कभार ही आते हैं मगर लोगों को इनकी मार का खमियाजा भुगतना पड़ता है।

Isha