गुप्त मतदान में भाखड़ा ब्यास इंप्लाइज यूनियन ने 334 मतों के भारी अंतर से जीत की प्राप्त

6/23/2022 4:24:13 PM

चंडीगढ़(धरणी): भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड (विद्युत खण्ड) के अन्तर्गत यूनियनों की मान्यता हेतु गुप्त मतदान द्वारा चुनाव के अन्तिम चरण की प्रक्रिया   सम्पन्न हो गई। चुनाव अधिकारी एवं उप मुख्य श्रमायुक्त (केन्द्रीय), श्रम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा  चंडीगढ़ में प्रबंधन व यूनियन के मध्य बैठक करके विद्युत खण्ड के अन्तर्गत पांच चरणों में  चुनाव का निर्णय हुआ था परन्तु 3 जून को क्षेत्रीय व राजपत्रित अवकाश के कारण 20 जून को अन्तिम चरण का चुनाव संपन्न हुआ।

पहले चरण में दिल्ली, बल्लभगढ़ व हिसार, दूसरे चरण में संगरूर, पानीपत, जालंधर व जगाधरी, तीसरे चरण में धूलकोट, नंगल । व ॥, गंगूवाल, चौथे चरण में चण्डीगढ़, कुरुक्षेत्र व जमालपुर तथा पांचवें व अंतिम चरण में तलवाड़ा, सलापड़, भिवानी व दादरी केन्द्रों के 1868 मतदाताओं में से 1765 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, 103 मतदाता अनुपस्थित रहे। चुनाव में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (विद्युत खण्ड) की दो यूनियनों भाखड़ा ब्यास इंप्लाइज यूनियन (एटक-एफी) व भाखड़ा पावर इंप्लाइज यूनियन (इंटक) के बीच सीधा मुकाबला रहा। पिछले लगभग ढाई माह से चुनाव प्रचार अभियान आरोप-प्रत्यारोप के मध्य चुनाव प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ  आज एस.एल.डी.सी. कॉम्प्लेक्स, 66 के.वी., बीबीएमबी. चंडीगढ़ में मतगणना चुनाव अधिकारी एवं उप मुख्य श्रमायुक्त (केन्द्रीय), श्रम मंत्रालय, भारत सरकार चंडीगढ़ द्वारा सम्पन्न कराया गया । गुप्त मतदान में भाखड़ा ब्यास इंप्लाइज यूनियन (एटक-एफी) ने प्रतिद्वंद्वी भाखड़ा पावर इंप्लाइज यूनियन (इंटक) से 334 मतों के भारी अंतर से जीत प्राप्त किया । भाखड़ा ब्यास इंप्लाइज यूनियन (एटक-एफी) को 1064 मत प्राप्त हुए वहीं भाखड़ा पावर इंप्लाइज यूनियन (इंटक) को 707 मतों से संतोष करना पड़ा, 17 मत निरस्त हो गए। 

युनियन के वरिष्ठ नेता  मोहन लाल वर्मा कानूनी सलाहकार व पूर्व महासचिव, साथी मनोज कुमार देशवाल अध्यक्ष,  साथी अशोक कुमार प्रधान, साथी दीपक कुमार द्विवेदी महासचिव, साथी सौदागर सिंह भूतपूर्व प्रधान, साथी लख्मीचंद वित्त सचिव, साथी मनमोहन सिंह चंडीगढ़ आदि ने जीत का श्रेय भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड कर्मचारियों को दिया।  वक्ताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि यूनियन कर्मचारियों की लंबित मांगों को पहल देकर करवाएगी। संविदा पर नियुक्त कर्मचारियों को नियमित करने, राजस्थान कैडर कर्मचारियों को बीबीएमबी वेतनमान दिलाने, तदर्थ  कर्मचारियों को नियमित करने व तदर्थ आधार पर पदोन्नति जारी करवाना, कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था जारी करवाना व अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था में व्यापक सुधार करवाना, कंपनियों में सुधार आदि कराया जाएगा।
 

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Content Writer

Vivek Rai