16वीं बार भजन परिवार ने आदमपुर सीट से दर्ज की जीत, तीसरी पीढ़ी से विधायक बने भव्य

11/6/2022 6:18:31 PM

चंडीगढ़(चन्द्रशेखर धरणी): हिसार जिले की आदमपुर विधान सभा सीट पर 16वीं बार भजन लाल परिवार ने जीत हासिल की है। भव्य बिश्नोई ने कांग्रेस को 15740 वोटों से हराकर जीत हासिल की है।

बता दें कि 3 अगस्त को तत्कालीन कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई के त्यागपत्र से रिक्त हुई थी,जहाँ बीती 3 नवंबर को उपचुनाव हेतु मतदान करवाया गया था। आज मतगणना में कुलदीप के बड़े पुत्र और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजन लाल के पौते एवं भाजपा प्रत्याशी भव्य बिश्नोई ने कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश को 15 हज़ार 740 वोटों के अंतर से पराजित कर इस सीट से नए विधायक निर्वाचित हुए हैं। भव्य को 67 हज़ार 492 वोट (51 प्रतिशत) जबकि जय प्रकाश को 51 हज़ार 752 वोट (39 प्रतिशत) मिल इनेलो के कुरड़ा राम नम्बरदार को मात्र 5248 वोट जबकि आप पार्टी के सतेंद्र सिंह को केवल 3420 वोट ही मिल पाए एवं उनकी एवं शेष सभी 18 उम्मीदवारों को ज़मानत राशि जब्त हो गयी है. नोटा के पक्ष में 237 वोट पड़े।

 

इसी बीच पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि आज के चुनावी नतीजे के बाद मौजूदा 14 वीं हरियाणा विधानसभा सदन में भाजपा के विधायकों की संख्या 40 से बढ़कर 41 हो गयी है। हालांकि गत साढ़े  24 वर्षो में आदमपुर सीट पर यह चौथा उपचुनाव है। जिसमें एक बार पुन: भजन लाल परिवार जीता है। हालांकि पिछले तीन उपचुनावों में इस परिवार का सदस्य तो जीता, परन्तु तीनों बार वह प्रदेश में सत्तारुढ़ सरकार के विरूद्ध जीते थे।

जून 1998 में कुलदीप कांग्रेस के टिकट पर  तत्कालीन बंसी लाल के नेतृत्व वाली हविपा-भाजपा सरकार के दौरान, मई, 2008 में भजन लाल हजका से तत्कालीन भूपेंद्र हुड्डा की पहली कांग्रेस सरकार के दौरान और दिसंबर, 2011  में हजका से रेणुका बिश्नोई, भूपेंद्र हुड्डा की दूसरी कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जीते थे। इस बार चौथे उपचुनाव में भजन लाल परिवार की तीसरी पीढ़ी भव्य बिश्नोई गत आठ वर्षो में राज्य में सत्तासीन भाजपा पार्टी के टिकट पर जीते हैं। जो प्रदेश में आज तक हुए उपचुनावों में भाजपा की दूसरी जीत है। इससे पूर्व जनवरी, 2019 में भाजपा ने जींद उपचुनाव में जीत हासिल की थी। हालांकि गत दो वर्षो में भाजपा पहले सोनीपत ज़िले में बरोदा सीट से और फिर सिरसा ज़िले की ऐलनाबाद सीट से उपचुनाव हार गयी थी।

हालांकि हेमंत ने बताया कि भव्य बिश्नोई की जीत का अंतर आज तक इस सीट पर हुए तीन उपचुनावों में सबसे कम रहा है. जून, 1998 में जब आदमपुर में पहला उपचुनाव हुआ था, तब कांग्रेस पार्टी  से राजनीतिक जीवन का पहला चुनाव लड़ते हुए कुलदीप बिश्नोई ने हविपा-भाजपा गठबंधन के  हरि सिंह को 17 हज़ार 775 वोटों से हराया था। मई,  2008 में आदमपुर में हुए दूसरे उपचुनाव में भजन लाल ने हजका  की टिकट पर चुनाव लड़ कांग्रेस के रंजीत सिंह (वर्तमान में प्रदेश के बिजली और जेल मंत्री) को 26 हज़ार 188 वोटों से हराया था। तब इनेलो से चुनाव लड़े सम्पत सिंह ( अब कांग्रेस में शामिल ) तीसरे स्थान पर रहे हालांकि  ज़मानत राशि बचा पाए थे.दिसंबर, 2011 में आदमपुर में हुए तीसरे  उपचुनाव में कुलदीप की धर्मपत्नी रेणुका बिश्नोई ने  हजका  की टिकट पर चुनाव लड़ कांग्रेस के कुलवीर बेनीवाल को 22 हज़ार 669 वोटों से हराया था। 

हेमंत ने बताया कि आज तक इस सीट पर सर्वाधिक वोटों से जीतने का रिकॉर्ड भजन लाल के नाम ही बरकरार है। जब उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर फरवरी, 2005 में  इनेलो के राजेश को  71 हजार 81 वोटों के विशाल अंतर से हराया था। जो रिकॉर्ड आज तक कायम है। भजन लाल ने इस सीट से वैसे तो कुल 9 चुनाव जीते परन्तु उन्हें 8 बार विधायक माना जाएगा। क्योंकि मई, 2008 में उन्होंने 11 वीं विधानसभा सभा के दौरान ही उपचुनाव   जीता था। जिस विधानसभा में वह पहले भी विधायक निर्वाचित हुए थे, इस प्रकार उनका विधायक के तौर पर  एक ही कार्यकाल होगा। कुलदीप इस सीट से चार बार, उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई और माता जसमा देवी एक एक बार जीती और आज कुलदीप के पुत्र भव्य की जीत से इस सीट पर भजन लाल परिवार की 16 वी जीत हुई है। 

 

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma