भिवानी में नशे की हालात में मिली युवती, मामले के बारे कुछ बताने से बचती रही पुलिस

12/15/2016 10:06:42 PM

भिवानी (अशोक भारद्वाज): भिवानी के बस अड्डे पर एक युवती को बेहोशी की हालत में बरामद किया गया। युवती इस कदर नशे में धुत थी कि उससे चला भी नहीं जा रहा था था। वहीं महिला पुलिस थाने की एक जांच अधिकारी मामले में टालमटोल करती रही व मीडिया कर्मियों से ही उलझती दिखी।

दरअसल पुलिस को एक युवती के बस अड्डे पर पड़े होने की जानकारी मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची व युवती को वहां से उठाकर महिला थाने ले आई। युवती से पूछताछ की गई। हालांकि चेहरे से तो युवती होश में दिख रही थी, पर उससे चला तक नहीं जा रहा था। मामले को लेकर चर्चाएं थी कि युवती किसी बस में थी तथा वहां से उसे थाने लाया गया था। जब मीडिया कर्मियों को मामले का पता लगा तो महिला थाने में पहुंचे। वहां काफी देर तक लड़की से बंद कमरे में पूछताछ चलती रही। इस बीच जब काफी देर तक लड़की को बाहर नहीं लाया गया तो एक महिला एसआई बाहर निकली व उनसे जब मामले की जानकारी लेनी चाही तो मीडिया कर्मियों के साथ ही उलझ गई व कहा कि थाने में उनके आने का कोई तुक नहीं है।

जब उनसे पूछा गया कि वे मामले के बारे बताने के लिए अधिकृत हैं क्योंकि महिला थाना प्रभारी वहां नहीं थी तथा उक्त महिला एसआई इस मामले की जांच अधिकारी भी थी तो भी उन्होंने कुछ बताने से गुरेज किया। उन्हें पुलिस का सेवा सुरक्षा सहयोग का नारा याद दिलाया गया व लहजा बदलकर विनम्रता एवं संयम से बात करने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी टोन नहीं बदलेगी। दूसरी महिला पुलिसकर्मी के द्वारा जब उन्हें समझाया गया तो भी वे अपने ही राग अलापती रही।

वहीं युवती को भिवानी के चौ.बंसीलाल सामान्य अस्पताल लाया गया। युवती का मैडिकल करवाया गया। मामले में आपद रोग विभाग के अधिकारी डॉ.राकेश से बात की गई तो उन्होंने बताया कि युवती पूरी तरह नशे में है तथा पुलिस ने सिर्फ नशे का हि मैडिकल करवाने के लिए कहा है। 

पुलिस को पता था कि युवती कौन है व कहां की रहने वाली है तथा यह बात पुलिस ने जो कागज तैयार कर चिकित्सकों को दिए उनमें भी थी व उसका नाम पता लिखा हुआ था पर इसके बावजूद चिकित्सकों ने तो बताया कि युवती अहमदाबाद की रहने वाली है पर पुलिस ऐसा कुछ बताने से लगातार गुरेज करती रही। पुलिस के द्वारा युवती का सिर्फ नशे का मैडिकल करवाया जाना व उसकी हालत की वजह से पूछताछ ना किए जाने की दुहाई देना भी अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा था।