डम्पर चोरी करने पहुंचे अंतर्राज्यीय गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार

3/10/2019 2:51:23 PM

चरखी दादरी (पंकेस): जिला पुलिस को वाहन चोर गिरोह पकडऩे में बड़ी सफलता मिली है। अपनी कार्रवाई के तहत पुलिस टीम ने जिले के गांव कलियाणा स्थित क्रशर जोन से डम्पर चोरी करने आए 4 युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने वाहन चोरी की कई बड़ी वारदातें भी कबूल की हैं। वहीं, उनके पास से चोरी किया डम्पर भी बरामद किया गया। सभी आरोपी अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्य बताए जा रहे हैं। पुलिस ने पकड़े गए 3 आरोपितों को अदालत में पेश करने के बाद 2 दिन के रिमांड पर लिया है, जबकि एक को जेल भेज दिया गया।


अपराध शाखा प्रभारी उप निरीक्षक दिलबाग सिंह को सूचना मिली थी कि कलियाणा पहाड़ी क्षेत्र में 4 युवक संदिग्ध हालातों में घूम रहे हैं। इसके बाद तुरंत एक टीम का गठन किया गया तथा कलियाणा पहाड़ में दबिश दी गई। मौके पर कार में सवार मिले युवकों से पूछताछ की, तो वे कोई संतुष्ट जवाब नहीं दे पाएं जिसके बाद पुलिस का शक गहरा गया। सख्ती से पेश आने के बाद उक्त युवकों ने पुलिस समक्ष क्रशर जोन से डम्पर और हाईवा चोरी करने की बात कबूल की। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवक यू.पी. व राजस्थान के रहने वाले हैं। उन्होंने करीब एक माह पूर्व जिले के एक स्टोन क्रशर से हाईवा चोरी किया था तथा 2 पिछले साल चोरी करने में कामयाब हो चुके हैं।

ग्राइंडर से मिटा देते थे चैसिस नम्बर
रिमांड पर आरोपित युवक ने बताया कि वह पूरे प्रदेश में फाइनैंस वाली गाडिय़ों को निशाना बनाते थे। पहले पता लगाया जाता था कि रात के समय गाड़ी कहां खड़ी की जाती है, चालक या मालिक गाड़ी से कितनी दूरी पर है। इसके बाद मौका लगते ही चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। पहाड़ या एकांत में रोड पर खड़ी गाडिय़ों को चोरी करते थे। चोरी किए गए डम्पर में लगे जी.पी.एस. को सबूत मिटाने के लिए उखाड़ दिया जाता था तथा डम्पर का चैसिस नम्बर ग्राइंडर से मिटा दिया जाता था और इंजन नम्बर उखाड़ भी मिटा देते थे। इसके बाद डम्पर की पहचान छिपाने के लिए बॉडी पर पेंट किया जाता था। 

किस्त न भरने पर मालिक से करते थे सांठ-गांठ
आरोपितों ने बताया कि 12 वर्ष पुरानी गाडिय़ां जिनकी पासिंग नहीं समय पर किस्त नहीं भरने वाले मालिकों से कम कीमत पर साठ-गांठ कर गाड़ी खरीद लेते थे। उन गाडिय़ों को मेवात लेकर पाटर््स अलग-अलग कर बेचते थे। गाड़ी मालिक चोरी का मुकद्दमा दर्ज करवा देता था। आरोपितों की पहचान राजस्थान निवासी अरशद, सद्दाम, शहनवाज, यू.पी. निवासी रिजवान के रूप में हुई है।

Shivam