मोदी व हुड्डा की मुलाकात से बढ़ी सियासी गर्मी

8/18/2017 5:26:04 PM

हिसार(संजय अरोड़ा):राजनीति को संभावनाओं का खेल इसलिए कहा जाता है कि इसमें किस राजनेता का ऊंट कब किस करवट बैठ जाए या मित्र कब शत्रु और शत्रु कब मित्र हो जाए, पता नहीं लगता। हाल ही में बिहार के मामले में नीतिश कुमार के लालू यादव का साथ छोड़ भाजपा के साथ दोस्ती का हाथ मिलाने से ऐसा ही कुछ साफ तौर पर देखने को मिला है। एक ताजे राजनीतिक घटनाक्रम की चर्चा इन दिनों हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में अलग-अलग अंदाज में सुनने को मिल रही है। यह नया राजनीतिक घटनाक्रम है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुलाकात का। हालांकि इस मुलाकात को हुड्डा समर्थक एक सामान्य व शिष्टाचार का नाम दे रहे हैं। मगर राजनीतिक पर्यवेक्षक इस मुलाकात के कई तरह के मायने निकाल रहे हैं। 

उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते पी.एम. मोदी व पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के बीच यह मुलाकात संसद भवन के सैंट्रल हॉल में उस समय हुई जब प्रधानमंत्री राज्यसभा से लोकसभा की ओर जा रहे थे। उस समय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कांग्रेस नेता जर्नादन द्विवेदी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा व हरियाणा से संबंधित उनके साथी सांसद व पूर्व सांसद सैंट्रल हॉल में मौजूद थे। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी दोपहर लगभग डेढ़ बजे राज्यसभा से निकलकर सैंट्रल हॉल में दाखिल हुए तो उनकी निगाह तीसरी पंक्ति में बैठे भूपेंद्र हुड्डा पर पड़ी तो प्रधानमंत्री सीधे हुड्डा के पास आ गए और हुड्डा भी तुरंत शिष्टाचार दिखाते हुए उनके सम्मान में खड़े हुए। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया।  

इसके बाद पी.एम. मोदी ने उनका हाथ पकड़ा और उन्हें एक ओर ले गए। जहां प्रधानमंत्री व हुड्डा के बीच लगभग 2-3 मिनट तक बातचीत होती रही। हालांकि इस बातचीत का अभी तक न तो कोई ब्यौरा मिला और हुड्डा समर्थक भी इस मुलाकात को सामान्य बता रहे हैं, मगर मोदी व हुड्डा की इस मुलाकात से प्रदेश का सियासी गलियारा गर्माता नजर आ रहा है। बेशक इस राजनीतिक घटनाक्रम का अभी तक हरियाणा के बहुत कम राजनेताओं को ही पता होगा। मगर जिन्हें पता है वे अवश्य इस मुलाकात पर अटकलों व चर्चाओं का दौर चलाए हुए हैं।